उत्तर कोरिया ने फिर दुनिया को दिखाई अपनी ताकत, लेकिन अमेरिका तक मार करने वाली मिसाइलें छुपाईं
प्योंगयांग,09 सितम्बर(इ खबरटुडे)। परमाणु संपन्न उत्तर कोरिया ने रविवार को सैन्य ताकत दिखाने के साथ अपनी वर्षगांठ मनाई.रविवार को तड़के हजारों सैनिकों को लेकर सैकड़ों ट्रक प्योंगयांग नदी के किनारे पहुंचे. जनवादी लोकतांत्रिक कोरिया गणराज्य की स्थापना 1948 में हुई और रविवार को वह अपनी 70वीं वर्षगांठ मना रहा है. इसे आधिकारिक तौर पर उत्तर कोरिया कहा जाता है.
टैंकों और विमानों का प्रदर्शन किया
उत्तर कोरिया ने अपनी स्थापना की 70 वीं वर्षगांठ पर रविवार को सैन्य परेड निकाली, लेकिन वह अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों के प्रदर्शन से बचा. ये मिसाइलें अमेरिका के मुख्य भूभाग तक मार करने में सक्षम हैं. प्योंगयांग के मध्य में किम जोंग उन के समक्ष जवानों, तोपों और टैंकों का प्रदर्शन किया गया. परेड में दिखाई गई सबसे बड़ी मिसाइलें छोटी दूरी की बैटलफील्ड डिवाइसेस थी.
अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों को नहीं दिखाया
वॉशिंगटन में थिंक टैंक ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूशन के इवांस रीवेरे ने कहा, ‘‘उत्तर कोरिया में वर्षगांठ महत्वपूर्ण होती है और इस साल वाली भी अहम है. ये अवसर नेताओं के लिए उपलब्धियों और राष्ट्रीय शक्ति को प्रदर्शित करने तथा उन्हें श्रेय देने का मौका होता है.’’ सबसे पहले सैनिकों की पहली टुकड़ी ने किम द्वितीय सुंग स्क्वायर से होकर मार्च किया. और साथ ही टैंकों और विमानों का प्रदर्शन किया. हालांकि पहले अंदेशा जताया गया था कि उत्तर कोरिया इस दौरान अपनी अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों को भी दिखाएगा, लेकिन वह ऐसा करने से बचा.