आचार संहिता की भेंट चढ़ा हस्तशिल्प मेला
कालिदास समारोह विधिवत होगा, प्रशासन ने कहा – हस्तशिल्प मेले की व्यवस्था मुश्किल, जिले की सात सीटों पर साढ़े 12 लाख मतदाता करेंगे मतदान
उज्जैन 5 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। विधानसभा चुनाव निष्पक्ष सम्पन्न कराने हेतु शुक्रवार से आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। इसकी अधिकारिक घोषणा कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी बी.के. शर्मा ने कंट्रोल रूम पर की। इसी के साथ जिले में धारा 144 भी लागू कर दी गई है। आचार संहिता की चपेट में हस्तशिल्प मेला आ गया है किन्तु कालिदास समारोह को विधिवत सम्पन्न होगा।
कंट्रोल रूम पर कलेक्टर और एसपी अनुराग कुमार ने पत्रकारों तथा राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को बताया कि अब न सत्ता पक्ष है और न ही विपक्ष। सभी जनप्रतिनिधि सामान्य नागरिक हैं। जितने भी लाल-पीली बत्तीधारी जनप्रतिनिधि हैं उन्हें 24 घंटे में नियमानुसार शासकीय वाहन जमा कराने के निर्देश दे दिये गये हैं। इसी तरह जिनको भी पीए और सहायक आदि की शासकीय सुविधा दी गई है वे भी तत्काल वापस ले ली गई हैं।
इसी प्रकार शासकीय सम्पत्ति भवन, टेलीफोन और विद्युत पोल इत्यादि पर किसी भी प्रकार के झंडे, बैनर, नारे विज्ञापन लिखने और लगाने पर सम्पत्ति निरूपण अधिनियम की धाराओं में कार्रवाई की जावेगी। सभी नेता अपने पोस्टर बैनर उतार लें अन्यथा उन्हें जब्त कर लिया जाएगा। इसी तरह किसी भी प्रकार के धरना, रैली, विरोध प्रदर्शन, लाउड स्पीकर आमसभा आदि प्रदर्शन सक्षम अधिकारी की अनुमति लेकर ही आयोजित किये जा सकेंगे।
कंट्रोल रूम से हुई आचार संहिता की शुरुआत
पुलिस कंट्रोल रूम पर जैसे ही कलेक्टर ने आचार संहिता के पालन के निर्देश जारी किये वैसे ही कंट्रोल रूम के बाहर लगा मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का पोस्टर एक पुलिसकर्मी ने फाड़कर फेंक दिया। यह देख अधिकारी और मीडियाकर्मियों के चेहरों पर मुस्कान आ गई।
तो क्या इस बार कार्तिक मेला भी नहीं?
कलेक्टर ने जानकारी दी कि कालिदास समारोह विधिवत रूप से आयोजित होगा जबकि हस्तशिल्प मेले की व्यवस्थाएं और सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने में हम असमर्थ रहेंगे इस कारण से इस वर्ष हस्तशिल्प मेला आयोजित नहीं किया जा सकेगा। प्रशासन चुनाव की तैयारियों में किसी भी प्रकार की कोई चूक करना नहीं चाहता है। हालांकि इस मामले में बुध्दिजीवियों और नागरिकों की प्रतिक्रिया है कि प्रशासन को अपने इस निर्णय पर पुन: विचार करना चाहिए क्योंकि कालिदास समारोह में भीड़ जुटाने के उद्देश्य से हस्तशिल्प मेला आयोजित किया जाता है और यह मेला शहरवासियों में भी आकर्षण का केंद्र बिन्दु बन गया है। इसके अलावा हस्तशिल्प मेले से सैंकड़ों व्यापारी और लाखों लोग जुड़े हुए हैं तथा यहां पृथक से कोई बड़े इंतजाम नहीं करना पड़ते हैं। ज्ञात रहे पूर्व में भी ऐसी परिस्थिति के चलते जिला पंचायत ने हस्तशिल्प मेले का आयोजन किया था।
परम्परागत कार्तिक मेले का आयोजन पिछले 105 सालों से होता रहा है। शहर में हस्तशिल्प मेला जिला पंचायत और कार्तिक मेला का आयोजन नगर निगम करती है। मेले को लेकर नगर निगम ने पिछले दिनों एमआईसी और साधारण सम्मिलन में विचार कर लिया था, इसके लिये बजट और समितियों को लेकर भी चर्चा हुई थी। आदर्श आचरण संहिता के चलते कार्तिक मेले में भी जनप्रतिनिधियों का हस्तक्षेप नहीं रह सकेगा। 18 नवंबर के आसपास कार्तिक मेला शुरु होगा।
रिटर्निंग आफिसरों को सौंपी जिम्मेदारी
जिले की 7 विधानसभा सीटों पर चुनाव के लिये रिटर्निंग आफिसर की नियुक्ति कर दी गई है। उौन उत्तर के लिये संयुक्त कलेक्टर जयंत जोशी तथा उौन दक्षिण में शैलेंद्रसिंह सोलंकी सहित अन्य सभी विधानसभा सीटों के लिये वहां के अनुविभागीय अधिकारी को रिटर्निंग आफिसर नियुक्त किया गया है। राजनीतिक दलों को अन्य जानकारी देने और इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों के प्रदर्शन हेतु शनिवार को कलेक्टर कार्यालय कोठी में 3 बजे बुलाया गया है। इसी तरह अभी तक कलेक्टर के पास यह भी आदेश नहीं आए हैं कि राइट टू रिजेक्ट आप्शन रहेगा या नहीं। उन्होंने कहा कि इस बारे में जैसे निर्देश आएंगे उसका पालन किया जाएगा।
कहां कितने पोलिंग बूथ संवेदनशील
नागदा विधानसभा में 239 जिनमें 43 संवेदनशील, महिदपुर में 236 जिनमें 42 संवेदनशील, तराना में 213 जिनमें 38 संवेदनशील, घट्टिया में 243 जिनमें 43 संवेदनशील, उौन उत्तर में 211 जिनमें 38 संवेदनशील, उौन दक्षिण में 233 जिनमें 43 संवेदनशील तथा बड़नगर में 210 में 37 पोलिंग बूथ संवेदनशील है।
जिले में 12 लाख 63 हजार मतदाता
जिले में कुल 12 लाख 63 हजार 690 मतदाता हैं जिनमें 6 लाख 57 हजार 41 पुरुष तथा 6 लाख 6 हजार 633 महिलाएं शामिल है। इसी तरह विधानसभा क्रमांक 212 नागदा-खाचरौद विधानसभा में 1,85,922 मतदाता, क्रमांक 213 महिदपुर 1,75998 मतदाता, क्रमांक 214 तराना में 157144 मतदाता, क्रमांक 215 घट्टिया में 1,81,303 मतदाता, उौन उत्तर में 1,92,552, उौन दक्षिण में 2 लाख 1 हजार 967 मतदाता तथा बड़नगर में 168804 मतदाता हैं।
54 प्रतिशत मतदाता पिछले चुनावों में दर्ज हुए थे और इस बार इसकी संख्या बढ़कर 62.34 प्रतिशत हो गई है। इसी प्रकार नये 18 से 19 वर्ष वाले नये मतदाता की संख्या 47,349 जिले में है और 20 से 29 साल वाले मतदाता की संख्या 3 लाख 25 हजार 106 है।
गरबा बंद करवाने के समय को लेकर असमंजस
नवरात्र प्रारंभ हो गये हैं ऐसे में आचार संहिता के चलते गरबा आयोजनों पर भी इसकी गाज गिर सकती है। हालांकि कलेक्टर ने कहा कि धार्मिक आयोजनों में आचार संहिता नहीं लागू होगी। वहीं दूसरी ओर धार्मिक आयोजनों को लेकर प्रशासन खुद असमंजस में है क्योंकि नियमानुसार रात्रि 10 बजे बाद कोई भी आयोजन नहीं होना चाहिए। इस बारे में कलेक्टर ने कहा कि पूरे प्रदेश में एक जैसा ही निर्णय लिया जावेगा इसलिये शनिवार को पूरी स्थिति स्पष्ट करने की बात उन्होंने कही।
उनके लिये हुई परेशानी खड़ी
एक ओर जहां आचार संहिता लागू होने से जिला प्रशासन सतर्क हो गया है वहीं दूसरी ओर अपराधियों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई है। कई बदमाश तो स्वत: ही शहर से बाहर जाने का मन बना चुके हैं तो कुछ बचने के उपाय खोज रहे हैं। पुलिस की धरपकड़ के चलते कुछ तो पहले से ही भूमिगत हो चुके हैं।