आका मौला बोले उज्जैनवासियों के लिए खूब बरकत हो
वाअज शुरु होते ही समाजजनों के आंसू छलक पड़े
उज्जैन,31 मई(इ खबरटुडे) । बोहरा समाज के 53 वें धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन साहब ने अपने प्रवास के दूसरे दिन उज्जैन में वाअज की। सुबह 10.30 बजे से उन्होंने 1.30 बजे तक प्रवचन दिए। इस दौरान उन्होंने उज्जैन वासियों के लिए खूब बरकत की दुआ की है। वाअज शुरु होते ही बोहरा समाजजनों की की आखों से आंसू छलक पड़े। महिला और बच्चे दूसरे दिन भी सैयदना की एक झलक पाने के लिए दीवाने थे।
गुरुवार से उज्जैन प्रवास पर आए बोहरा समाज के धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन साहब मजारे नजमी में ठहरे हुए हैं। शुक्रवार को सुबह वे 10 बजे के लगभग मजारे नजमी के 5वें माले से विश्राम के उपरांत नीचे आए। उन्होंने नीचे आकर सैयदना हिफतुल्ला मोय्यदी साहब की दरगाह पर जियारत की। जियारत के उपरांत कादरी मस्जिद से उन्होंने अपनी वाअज पेश की। उनकी वाअज का सीधा प्रसारण समाज की सभी मस्जिदों, मुसाफिरखानाें के साथ ही अन्य स्थलों पर सीधा प्रसारण किया गया। सैयदना ने अपनी वाअज में देशभर में अमन, भाईचारा की दुआ करते हुए हर इन्सान की तरक्की की दुआ की। उन्होंने अपने प्रवचन में कहा कि सभी ईमानदारी से देश के लिए काम करें। वाअज के दौरान उन्होंने उज्जैनवासियों के लिए दुआ करते हुए कहा कि यहाँ खूब बरकत हो। 3 घंटे तक बोहरा समाजजनों को उन्होंने सम्बोधित किया।
वाअज के दौरान सन्नाटा
सैयदना की वाअज के दौरान बोहरा क्षेत्रों में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ था। मजारे नजमी के आसपास और अंदर बड़ी संख्या में बोहराजन वाअज सुनने के लिए उपस्थित हुए थे। बोहरा मोहल्लों में मस्जिदों और मुसाफिरखानों में सीधा प्रसारण देखने के लिए बड़ी संख्या में बोहराजन सामूहिक रुप से जुटे हुए थे। बोहराजनों में पिन ड्रॉप साइलेंट में वाअज सुनी।
दोपहर में निकाह हुए
सैयदना के समक्ष मजारे नजमी में शुक्रवार को करीब 20 युवक-युवतियों के विवाह संपन्न हुए हैं। सैयदना ने सभी को सुखमय जीवन का आशीष प्रदान किया। इसके बाद सभी युवक-युवतियों ने उनका आशीर्वाद ग्रहण किया। शनिवार को भी शाम के समय सामूहिक निकाह का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसमें बडी संख्या में विवाह संपन्न होंगे।
नजमी गार्ड बैंड ने दी सलामी
शाम को सैयदना को समाज के नजमी गार्ड स्काउटिंग बैंड के बच्चों ने सलामी पेश की। इस दौरान बच्चों ने आकर्षक रुप से प्रस्तुतियां देते हुए बैंड बजाया। शाम को सैयदना ने मगरीब की नमाज कादरी मस्जिद में अता की। इसके बाद उन्होंने जियारत की। यहां से वे मजारे नजमी स्थित पाँचवीं मंजिल में आरामगाह के लिए रवाना हो गए। शुक्रवार को तय कार्यक्रम अनुसार सैफी मोहल्ला मस्जिद का कार्यक्रम निरस्त रहा।
समाज को दिया विशेष भोज
सैयदना साहब की ओर से शुक्रवार को समाजजनों को उर्स का विशेष भोज दिया गया था। इसमें उनके आगमन को लेकर बाहर के शहरों से बड़ी संख्या में आए श्रध्दालु भी शामिल हुए।
आज जाएंगे बादशाह की दरगाह पर
सैदयना मुफद्दल सैफुद्दीन साहब अपने प्रवास के तीसरे दिन बोहरा समाज के धर्मस्थल हसनजी बादशाह की दरगाह पर शनिवार सुबह 9 बजे जियारत के लिए पहुँचेंगे। समाज के पीआरओ सहायक मुर्तुजा भाई के अनुसार उनके साथ शहर आमिल रहेंगे। यहां से सैयदना धार जिले की बदनावर तहसील अंतर्गत राजोट के लिए रवाना होंगे। वहाँ पर वे मस्जिद के कार्यक्रम में भाग लेकर शाम को उज्जैन लौटेंगे।
दीदार पाते ही छलक पड़े आंसू
शुक्रवार सुबह से शहर के कमरी मार्ग और बोहरा बाहुल्य क्षेत्रों में बोहरा समाजन का हुजुम उमड़ा रहा। इस दौरान बड़ी संख्या में समाजजन अपने आका मौला सैयदना मुफ्द्दल साहब का दीदार करने के लिए आतुर नजर आए। अपने धर्मगुरू की एक झलक पाते ही समाजजन की आंखें छलक पड़ीं। इस दौरान समाज की मस्जिदों में वाअज के कार्यम भी हुए। गुरूवार रात दाउदी बोहरा समाज के 53 वें धर्मगुरू का नगर आगमन हुआ। धर्मगुरू के बोहरा बाहुल्य क्षेत्र में पांव रखते ही हर हाथ उनके अभिवादन में उठ खड़े हुए। शुक्रवार सुबह से ही बोहरा अनुयायी अपने धर्मगुरू की एक झलक पाने के लिए उमड़ पड़े। इस दौरान बोहरा धर्मगुरू ने समाज की कमरी मार्ग स्थित मजारे नजमी में वाअज की । साथ ही इसी मस्जिद में मौजूद कादरी मस्जिद में जियारत की गई। दिन के समय समाजजन अपने धर्मगुरू के सान्निध्य में जुम्मे की नमाज अता करेंगे। धर्मगुरू तीन दिवसीय दौरे पर आए हुए है।