आकाशीय बिजली से सुरक्षित रहें,राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जारी किये निर्देश
रतलाम 04 अगस्त (इ खबरटुडे)।राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा वर्षा ऋतु में आपदा के रूप में आकाशीय बिजली गिरने से जानमाल को होने वाले नुकसान से बचने के लिये विभिन्न प्रकार के प्रबंध किये जाते रहे है।प्राधिकरण द्वारा जारी नवीनतम पत्र में आकाशीय बिजली से होने वाले नुकसान से स्वयं को बचाने के लिये उपाय बताये गये है। जब हम घर से बाहर हो और हम जब घर के भीतर हो तो हमें किन-किन सावधानियों को रखना आवश्यक होता है।
जब आप घर के भीतर हो, तब बिजली के संचालित उपकरणों से दूर रहे,तार वाले टेलीफोन का उपयोग न करें। खिड़कियॉ,दरवाजे, बरामदें एवं छत से दूर रहे। ऐसी वस्तुऐं जो बिजली की सुचालक हैं, उनसे दूर रहे, धातु से बने पाईप, नल, फव्वारा, वासबेसिंन आदि के सम्पर्क से दूर रहे। जब आप घर के बाहर हो ऊचे वृक्ष बिजली को आकृर्षित करते है, उनके नीचे खड़े न हो, ऊंची ईमारतों वाले क्षेत्र में आश्रय न लें। समूह में खड़े न रहें बल्कि अलग-अलग। किसी मकान में आश्रय लेना बेहतर है। सफर के दौरान अपने वाहन में ही बने रहे। मजबुत छत वाले वाहन में रहे, खुली छत वाले वाहन में सवारी न करें। बाहर रहने पर धातु से बनी वस्तुओं का उपयोग न करें। बाईक, बिजली या टेलीफोन का खम्बा, तार की बाड़, मशीन आदि से दूर रहे। तालाबों और जलाशयों से दूर रहे। यदि आप पानी के भीतर हैं अथवा नाव में हैं तो तुंरत बाहर आ जाये। यदि आपके सिर के बाल खड़े हो जाये, त्वचा में छुनछुनी होने लगे तो फोरन नीचे झुक कर, कान बंद कर लें, क्योकि यह इस बात का सुचक हैं कि आपके आसपास बिजली गिरने वाली है। जमीन पर न लेटे और न ही हाथ टिकायें।
आकाशीय बिजली का झटका लगने पर जरूरत के अनुसार व्यक्ति को सी.पी.आर. (कार्डियों पल्मोनरी, रिससिटेशन) यानी कृत्रिम श्वास देनी चाहिए। तत्काल प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने की व्यवस्था करना चाहिए। इन उपायों को अपना कर हम आकाशीय बिजली से अपने जीवन को सुरक्षित बचा सकते है।