November 18, 2024

अमृत सागर तालाब की जलकुंभी को स्थायी रूप से समाप्त करने के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की जरूरत है – शैलेन्द्र डागा

पूर्व महापौर ने प्रशासन से किया आग्रह

रतलाम28 फरवरी(इ खबरटुडे)। अमृत सागर तालाब की समस्याओं का अंत करना हो, तो सीवरेज प्लान में प्रस्तावित शहर का पहला सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट वहां लगा दिया जाए। इससे चौतरफा फायदें होंगे। अमृत सागर तालाब के कायाकल्प के लिए झील संरक्षण योजना के तहत पहले 40 करोड़ की वृहद कार्ययोजनाएं बनी थी, लेकिन वे मूर्त रूप नहीं ले पाई। ट्रीटमेंट प्लांट से प्रतिवर्ष तालाब की सेहत बिगाडऩे वाली जलकुंभी भी स्थायी रूप से समाप्त हो जाएगी।

पूर्व महापौर शैलेन्द्र डागा ने जिला व नगर निगम प्रशासन से सीवरेज प्लान में अमृत सागर तालाब को प्राथमिकता देने का आग्रह किया है। उन्होंने अपने महापौर काल में अमृत सागर की दुर्दशा दूर करने के लिए सौंदर्यीकरण और पानी के शुद्धिकरण के लिए योजना बनाई थी, जिसके तहत सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाना भी प्रस्तावित था। इस प्लांट से प्रतिदिन नालों का 20 लाख लीटर पानी फिल्टर किया जाता और वह पीने के अलावा अन्य प्रयोजनों में उपयोग होता।
तालाब का कायाकल्प करने के लिए योजना के तहत इसके पानी में रहने वाली मछलियों को अन्यत्र स्थानांतरित किया जाता और तालाब का पानी खाली कर इसकी साफ-सफाई पश्चात इसमें शुद्ध पानी भरा जाता। ट्रीटमेंट प्लांट के साथ एक हाईडेंट भी लगना प्रस्तावित था, जिससे तालाब में पानी भरने के बाद प्रतिदिन शहर के लोगों को साफ-सफाई,बाग-बगीचे, निर्माण कार्य और रेलवे को धुलाई के लिए पानी मुहैया कराया जाता। चार-पांच महीनों में योजना का पूरा करना था और इसके साथ तालाब के आसपास आवश्यक मरम्मत कार्य तथा सौंदर्यीकरण भी करना था, लेकिन संयोगवश इस योजना को समय रहते मंजूरी नहीं मिली और उसे पूरा नहीं किया जा सका।
श्री डागा ने कहा कि नगर में आगामी दिनों में सीवरेज प्लान को अमलीजामा पहनाया जाना है। इस प्लान में प्रस्तावित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों का पहला प्लांट पूर्व से निर्धारित स्थल अमृत सागर तालाब पर लगा दिया जाए, तो इसकी दशा सुधर जाएगी। इससे तालाब के पानी का शुद्धिकरण होगा, वहीं जलकुंभी की समस्या का भी स्थायी समाधान हो जाएगा। उन्होंने जिला और नगर निगम प्रशासन से सीवरेज प्लान का क्रियान्वयन करने पूर्व अमृत सागर का कायाकल्प पहली प्राथमिकता में लेने का आग्रह किया है।

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