December 26, 2024

अमित शाह का ऐलान- दिल्ली में तीन गुना बढ़ाई जाएगी कोरोना की टेस्टिंग, सभी फोन में डाउनलोड कराया जाएगा आरोग्य सेतु ऐप

amit shah pc

नई दिल्ली,14 जून (इ खबरटुडे)। दिल्ली में बेकाबू होते कोरोना वायरस संक्रमण और मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा रविवार सुबह बुलाई गई हाईलेवल मीटिंग में केंद्र सरकार ने दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कोरोना से लड़ाई में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। करीब 1 घंटे 20 मिनट तक चली इस बैठक में महामारी से निपटने के लिए किए जा रहे सरकारी इंतजामों की समीक्षा की गई। साथ ही आगे उठाए जाने वाले कदमों पर भी विचार किया गया।

बैठक के बाद अमित शाह ने ट्वीट कर बताया कि आज स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर दिल्ली की जनता की सुरक्षा व इस संक्रमण को रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। दिल्ली में कोरोना से संक्रमित मरीजों के लिए बेड की कमी को देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने तुरंत 500 रेलवे कोच दिल्ली को देने का निर्णय लिया है। इन रेलवे कोच से न सिर्फ दिल्ली में 8000 बेड बढ़ेंगे बल्कि यह कोच कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए सभी सुविधाओं से लैस होंगे।

घर-घर जाकर होगा स्वास्थ्य सर्वे

दिल्ली के कंटेनमेंट जोन में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग अच्छे से हो पाए इसके लिए घर-घर जाकर हर एक व्यक्ति का व्यापक स्वास्थ्य सर्वे किया जाएगा, जिसकी रिपोर्ट 1 सप्ताह में आ जाएगी। साथ ही अच्छे से मॉनीटरिंग हो इसके लिए वहां हर व्यक्ति के मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कराया जाएगा।

कोरोना की टेस्टिंग बढ़ाई जाएगी

दिल्ली में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अगले दो दिन में कोरोना की टेस्टिंग को बढ़ाकर दो गुना किया जाएगा और 6 दिन बाद टेस्टिंग को बढ़ाकर तीन गुना कर दिया जाएगा। साथ ही कुछ दिन के बाद कंटेनमेंट जोन में हर पोलिंग स्टेशन पर टेस्टिंग की व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। साथ ही दिल्ली के छोटे अस्पतालों तक कोरोना के लिए सही जानकारी व दिशानिर्देश देने के लिए मोदी सरकार ने एम्स में टेलीफोनिक गाइडेंस के लिए वरिष्ठ डॉक्टर्स की एक कमेटी बनाने का निर्णय लिया है, जिससे नीचे तक सर्वश्रेष्ठ प्रणालियों का संचार किया जा सके। इसका हेल्पलाइन नंबर कल जारी हो जाएगा।

डॉ. पॉल की अध्यक्षता में कमेटी बनाई

दिल्ली के निजी अस्पताओं में कोरोना संक्रमण के इलाज के लिए निजी अस्पतालों के कोरोना बेड में से 60% बेड कम रेट में उपलब्ध कराने, कोरोना इलाज व कोरोना की टेस्टिंग के रेट तय करने के लिए डॉ. पॉल की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है जो सोमवार तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।

कोरोना से भारत पूरी मजबूती से लड़ रहा है और इस संक्रमण से अपनी जान गंवाने वाले लोगों के लिए सरकार दुखी भी है और उनके परिजनों के प्रति संवेदनशील भी है। सरकार ने अंतिम संस्कार के लिए नई गाइडलाइंस जारी करने का निर्णय लिया है, जिससे अंतिम संस्कार की प्रतीक्षा अवधि कम कम हो जाएगी।

स्काउट गाइड, एनसीसी, एनएसएस को जोड़ने का निर्णय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश कोरोना से पूरी सतर्कता और सहभागिता के साथ लड़ा है। कई स्वयंसेवी संस्थाएं बहुत उत्कृष्ट कार्य कर रही हैं। इस क्रम में सरकार ने स्काउट गाइड, एनसीसी, एनएसएस व अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं को इस महामारी में स्वास्थ्य सेवाओं में वॉलंटियर के नाते जोड़ने का निर्णय लिया है।

भारत सरकार ने दिल्ली सरकार को इस महामारी से लड़ने के लिए आवश्यक संसाधन जैसे ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर, पल्स ऑक्सीमीटर व अन्य सभी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पूर्णतः आश्वस्त किया है।

केंद्र सरकार ने दिल्ली में कोरोना संक्रमण को रोकने व इससे मजबूती से लड़ने के लिए दिल्ली सरकार को भारत सरकार के और पांच वरिष्ठ अधिकारी देने का निर्णय किया है।

इन सभी प्रमुखों निर्णयों के साथ आज की बैठक में कई और निर्णय लिए गए। साथ ही केंद्र व दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग, सभी सम्बंधित विभाग व एक्सपर्ट्स को आज किए गए सभी निर्णय नीचे तक अच्छे से अमल हो यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।

वहीं, अत्यधिक सकारात्मक बैठक में दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार कई अहम फैसले लिए गए। हम एक साथ मिलकर कोरोना के खिलाफ लड़ेंगे।

दिल्ली में संक्रमितों की संख्या 39 हजार के करीब पहुंची

गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि लगातार जारी है। शनिवार लगातार दूसरे दिन दो हजार से अधिक नए पॉजिटिव मामले सामने आने के साथ ही दिल्ली में संक्रमितों की संख्या 39 हजार के करीब पहुंच गई है।

दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के मुताबिक, राजधानी में शनिवार को 2,134 नए मामले सामने आए, जिसके बाद यहां कुल संक्रमितों की संख्या 38,958 हो गई जबकि मौत के 57 नए मामलों के साथ ही मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,271 हो गया। यह दूसरा दिन है जब एक ही रोज में संक्रमण के मामले दो हजार से अधिक पाए गए हैं। इससे पहले, शुक्रवार को 2,137 मामले सामने आए थे। कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों के लिहाज से महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद देश में दिल्ली तीसरे स्थान पर है।

गौरतलब है कि शनिवार को गृहमंत्री कार्यालय की तरफ से ट्वीट कर इस बैठक के बारे में जानकारी दी गई थी। ट्वीट में कहा गया था कि गृहमंत्री अमित शाह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन राजधानी दिल्ली में कोविड-19 के संदर्भ में स्थिति की समीक्षा के लिए दिल्ली के उप राज्यपाल, मुख्यमंत्री और एसडीएमए के सदस्यों के साथ 14 जून को सुबह 11 बजे बैठक करेंगे। एम्स के निदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस दौरान मौजूद रहेंगे। इसके बाद आज शाम पांच बजे गृहमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन COVID-19 के संबंध में नगर निगम की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए दिल्ली की तीनों नगर निगमों के महापौरों के साथ भी बैठक करेंगे। इस बैठक में उपराज्यपाल अनिल बैजल, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, एम्स के डायरेक्टर और तीनों नगर निगमों के आयुक्त और केंद्रीय गृह और स्वास्थ्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।

‘दिल्ली के अस्पतालों की स्थिति बेहद भयावह’

राजधानी में कोविड-19 की स्थिति से निपटने के तरीकों और अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड्स की उपलब्धता नहीं होने व प्रयोगशालाओं में जांच में आ रही मुश्किलों को लेकर अलग-अलग वर्गों द्वारा आलोचना हो रही है।

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को शहर की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि दिल्ली की अस्पतालों की स्थिति बेहद भयावह है और कोविड-19 मरीजों के पास शव रखे दिख रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने कहा कि वह पूरे सम्मान और ईमानदारी के साथ सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों को स्वीकार करती है और दिल्ली सरकार सभी के लिए स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने और प्रत्येक कोविड-19 मरीज के लिए हरसंभव इलाज सुनिश्चित करने को प्रतिबद्ध है।

अनिल बैजल ने भी कोविड-19 प्रबंधन योजना और राजधानी में स्वास्थ्य ढांचे को और सुदृढ़ बनाने पर सुझाव देने के लिए छह सदस्यीय एक कमेटी का गठन किया है। बैजल ने हाल में दिल्ली सरकार के उस फैसले को पलट दिया था जिसमें कहा गया कि दिल्ली के अस्पतालों के बेड्स और जांच सिर्फ दिल्लीवालों के लिए हैं और जांच भी उन मरीजों की होगी जिनमें लक्षण नजर आएंगे। बैजल की परामर्श कमेटी में आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य कृष्ण वत्स और कमल किशोर, एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया, डीजीएचएस के अतिरिक्त डीडीजी डॉ. रवींद्रन और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र के निदेशक सुरजीत कुमार सिंह शामिल हैं।

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