अब कांग्रेस नेता सीके जाफर शरीफ ने की भागवत को राष्ट्रपति बनाने की वकालत
नई दिल्ली,01 अप्रैल (इ खबरटुडे)। कांग्रेस में बढ़ रही राजनीतिक बेचैनी के बीच कर्नाटक के दिग्गज पार्टी नेता सीके जाफर शरीफ ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को राष्ट्रपति बनाने की मुखर वकालत की है। पूर्व केंद्रीय मंत्री शरीफ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर भागवत को अगले राष्ट्रपति के लिए सटीक उम्मीदवार बताया है। उन्होंने भागवत के व्यक्तित्व की भी तारीफ की है। संघ के विरोध की कांग्रेस की बुनियादी राजनीतिक विचारधारा से उलट शरीफ के पत्र ने पार्टी को असहज कर दिया है।
कर्नाटक ही नहीं केंद्र में एक समय कांग्रेस का बड़ा चेहरा रहे शरीफ के भागवत के समर्थन में पत्र लिखने के सियासी मायने हैं। इसीलिए कांग्रेस की ओर से प्रवक्ता तरुण गोगोई ने तत्काल भागवत के पक्ष में की गई इस वकालत को खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस संघ की विचारधारा के खिलाफ रही है और भागवत को शीर्ष पद पर बैठाने की किसी कोशिश का हम विरोध करेंगे। खास बात यह है कि शरीफ ने यह पत्र इसी हफ्ते दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में अपनी मेल-मुलाकातों के बाद लिखा है।
शरीफ ने पत्र में कहा है कि मोहन भागवत की राष्ट्रभक्ति पर किसी को शंका नहीं होनी चाहिए। भारत जैसे विविधता वाले देश में अलग-अलग राजनीतिक विचारधारा का होना स्वाभाविक है। भागवत भी एक विचारधारा का प्रतिनिधित्व करते हैं। मगर जहां तक उनकी ईमानदारी और देश के प्रति निष्ठा का सवाल है तो इस पर किसी तरह की शक की गुंजाइश नहीं है।
कांग्रेस के लिए शरीफ का यह बयान असहज तो है ही साथ ही कर्नाटक की राजनीति के लिहाज से भी झटका है। शरीफ के इस बयान से पहले पार्टी के दिग्गज एसएम कृष्णा ने भाजपा का दामन थाम लिया था। कर्नाटक में अगले साल मई में विधानसभा चुनाव है और भाजपा वहां कांग्रेस से सत्ता छीनने में पूरा जोर लगा रही है।
ऐसे में पार्टी के अहम मुस्लिम चेहरों में शामिल शरीफ का भागवत के पक्ष में बयान कांग्रेस की चुनौती बढ़ाएगा।
शरीफ से पहले राजग की सहयोगी शिवसेना ने भागवत को राष्ट्रपति बनाने की वकालत की थी। इस मांग से बढ़ी राजनीतिक हलचल के बीच मोहन भागवत ने राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल होने की अटकलों को खारिज कर दिया था।