हितग्राहियों को पूरा-पूरा लाभ मिले योजनाओं का – डॉ. पस्तोर
सम्भागायुक्त ने सैलाना, जावरा क्षेत्र का भ्रमण किया
रतलाम 23 जून(इ खबरटुडे)।सम्भागायुक्त उज्जैन सम्भाग डॉ. रविन्द्र पस्तोर ने आज प्रातः सैलाना एवं जावरा अनुभाग के गॉवों का भ्रमण कर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन संबंधी पड़ताल की। उन्होने आज सैलाना अनुभाग के ग्राम ईमलीपाड़ा, ग्राम संासर, ग्राम अड़वानिया एवं जावरा अनुभाग के ग्राम बड़ायलामाताजी का भ्रमण किया।
सम्भागायुक्त ने इन ग्रामों में स्कूल चले हम अभियान, वृक्षारोपण, शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से खाद्यान्न वितरण व्यवस्था, वृद्धावस्था पेंशन संबंधी जानकारी प्राप्त करने के साथ ही जन सहयोग से निर्मित होने वाले तालाब का अवलोकन किया। सम्भागायुक्त के साथ रतलाम कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरजिन्दरसिंह, सैलाना एसडीएम आर.पी.वर्मा एवं जावरा एसडीएम अनुपसिंह मौजूद थें।
डॉ. रविन्द्र पस्तोर ने ग्राम ईमलीपाड़ा में प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय का भ्रमण करते हुए प्रधानाध्यापक से स्कूल चले हम अभियान अंतर्गत पुस्तको के वितरण संबंधी पुछताछ की। उन्होने ईमलीपाडा एवं ग्राम अड़वानिया में ऑपरेशन प्राण वायु अंतर्गत होने वाले वृक्षारोपण की तैयारियों का भी अवलोकन किया। सम्भागायुक्त ने ग्राम अड़वानिया में प्रधानाध्यापक से स्कूल में दर्ज बच्चों की संख्या और उपस्थिति संबंधी पड़ताल की। कलेक्टर द्वारा बताया गया कि क्षेत्र में पलायन छात्रावास भी खोला जा रहा है जिसमें मजदूरी के लिये बाहर जाने वाले परिवार के बच्चों को पढ़ाया जायेगा। बच्चों के लिये रहने एवं खाने की व्यवस्था भी की जायेगी। इसके लिये अतिरिक्त कक्षों में इंतजाम किया जायेगा। खाने की व्यवस्था समूहों के द्वारा ही की जायेगी। जिसका पृथक से भुगतान किया जायेगा। कलेक्टर ने बताया कि पलायन छात्रावासों का निर्माण दो से तीन ग्राम पंचायतों के क्लस्टर में किया जा रहा है।
सम्भागायुक्त ने ग्राम अड़वानिया में उपस्थित ग्रामीणों से शासकीय उचित मूल्य की दुकानों से प्राप्त होने वाले खाद्यान्न की मात्रा एवं ग्रामीणों द्वारा की जाने वाली भुगतान की राशि की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होने पुछा कि उन्हें नियमानुसार खाद्यान्न प्राप्त होता हैं अथवा नहीं। डॉ. पस्तोर ने मौके पर उपस्थित भुवान पिता रूपा से वृद्धावस्था पेंशन की पड़ताल की। भुवान ने बताया कि उसे रक्षाबंधन से अब तक पेंशन की राशि प्राप्त नहीं हुई है। कलेक्टर के द्वारा पड़ताल करने पर ग्राम पंचायत सचिव ने अवगत कराया कि संबंधित के खाते में मई 2016 की राशि जमा करा दी गई है किन्तु नाम में त्रुटि होने के कारण उसे राशि प्राप्त नहीं हुई है। सम्भागायुक्त ने तत्काल नाम संबंधी त्रुटि को बैंक में जाकर त्रुटि सुधार के निर्देश दिये। कलेक्टर ने हिदायत दी कि हितग्राही को जब तक राशि प्राप्त नहीं हो जाती हैं तब तक अंतिम लाभ प्राप्त होना नहीं माना जायेगा। उन्होने कहा कि जानकारी होने के बाद भी हितग्राही को लाभ प्राप्त करने में होने वाली दिक्कतों को दूर नहीं करने के लिये भी जिम्मेदार कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही की जा सकती है।
सम्भागायुक्त ने ग्राम बड़ायलामाताजी में जन सहयोग से निर्मित किये गये तालाबों का भी अवलोकन किया। उपस्थित जनों के द्वारा सम्भागायुक्त को अवगत कराया गया कि एसडीएम जावरा के नेतृत्व में 17 तालाबों को अतिक्रमण से मुक्त कर जन सहयोग से तालाबों के निर्माण का कार्य किया गया है। अब इनके आसपास कलेक्टर के निर्देशानुसार ऑपरेशन प्राणवायु अभियान अंतर्गत वृक्षारोपण का कार्य किया जा रहा है। उल्लेखनीय हैं कि एसडीएम जावरा द्वारा गत दिनों अतिक्रमण हटा कर 96 हेक्टेयर से अधिक भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया है।
सैलाना में बनी सड़क की जॉच समिति से करायेगे
सम्भागायुक्त के भ्रमण के दौरान सैलाना मुख्य मार्ग महात्मा गांधी मार्ग पर लोक निर्माण विभाग रतलाम द्वारा बनाई गई सड़क में बरती गई अनियमितता एवं लापरवाही की शिकायत सैलानावासियों के द्वारा बस स्टेण्ड पर की गई। लोगों के द्वारा बताया गया कि सात मीटर चौड़ाई वाली सड़क में कई स्थानों पर सात मीटर की सड़क न निर्मित करते हुए साढ़े पॉच मीटर चौड़ाई की सड़क बनाई गई है जबकि उन स्थानों पर अतिक्रमण किये जाने संबंधी दिक्कत भी नहीं थी। कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने सैलानावासियों को आश्वस्त किया हैं कि अनियमितता संबंधी जॉच एक समिति के द्वारा कराई जायेगी और समिति की रिपोर्ट के अनुसार जिम्मेदारों के विरूद्ध कार्यवाही भी की जायेगी।
गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं
ग्राम बड़ायलामाताजी में ग्राम पंचायत भवन परिसर में वृक्षारोपण के लिये खोदेे गये गड्ढे 3ग3ग3 वर्ग फीट की निर्धारित माप अनुसार नहीं होने पर सम्भागायुक्त एवं कलेक्टर ने पौधा रोपण करने से मनाही कर दी। उन्होने कहा कि वृक्षारोपण में पौधो की उत्तरजीविता सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। वृक्षारोपण के कार्य में माप एवं गुणवत्ता में किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता है।