सौ करोड के जेवर नगदी से सजा महालक्ष्मी मन्दिर
रतलाम और आसपास के भक्तों ने दिए हैं बहुमूल्य गहने और नगदी
रतलाम,27 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। लक्ष्मीपूजन के पर्व पर शहर के महालक्ष्मी मन्दिर को लगभग सौ करोड के बहुमूल्य गहनों और नगदी से सजाया जा रहा है। महालक्ष्मी मन्दिर को सजाने के लिए रतलाम समेत कई शहरों के भक्तों ने सोना,चांदी और हीरे जवाहरात के गहने और नगद नोट यहां पंहुचाएं है। मन्दिर की साजसज्जा धनतेरस के मौके पर पूर्ण कर ली जाएगी और यह सजावट दीपावली तक बनी रहेगी। मन्दिर की इस अनूठी सजावट को देखने के लिए यहां भक्तों की भारी भीड उमडती है।
शहर के माणकचौक स्थित महालक्ष्मी मन्दिर को गहनों और नोटों से सजाने की परंपरा पिछले करीब आठ वर्षों से चल रही है। साज सज्जा में साल दर साल बढोत्तरी हो रही है। पिछले वर्ष जहां करीब अस्सी करोड रुपए की सजावट हुई थी,वहीं इस बार यह बढकर सौ करोड होने का अनुमान है।
मन्दिर के पुजारी संजय ने बताया कि महालक्ष्मी मन्दिर को सजाने के लिए स्थानीय सर्राफा व्यवसायी अपनी दुकानों के बहुमूल्य गहनें मन्दिर में जमा कराते है। मन्दिर में व्यवसाईयों द्वारा रखे जाने वाले आभूषणों व अन्य बहुमूल्य सामग्रियों की रसीद व्यापारी को दी जाती है। ये गहनें और नोट आदि दीपावली के बाद भक्तों को लौटा दिए जाते है। भक्तों की मान्यता है कि महालक्ष्मी मन्दिर की सजावट के लिए गहनें व नगदी देने से उनके व्यवसाय में तरक्की होती है। यही वजह है कि सजावट के लिए आने वाले गहनों में लगातार बढोत्तरी होती जा रही है।
मन्दिर में गहने व नगद राशि जमा कराने का सिलसिला रविवार को रविपुष्य नक्षत्र से प्रारंभ हुआ। पिछले चार दिनों में करीब डेढ हजार से अधिक भक्त यहां आभूषण और नगदी जमा कर चुके है। पचास,सौ,पांच सौ और हजार रु.के नोटों की गड्डियों से पांच बडी पेटियां भर चुकी है। मन्दिर में सौ और पांच सौ के नोटों के बन्दनवार बनाए जाने का काम भी पूरा हो चुका है। सौ और पांच सौ रुपए के बन्दनवार से मन्दिर को सजाया जाएगा। इसके अलावा भक्तों द्वारा दिए गए सोने चांदी और हीरे के बेशकीमती जेवरात से भी मन्दिर में साज सज्जा की जा रही है। अनेक भक्तों ने सोने व चांदी की इंटे भी दी है। एक भक्त ने चांदी की सिल्लियों से भरी एक तिजोरी भी यहां रखी है। अनुमान है कि करीब सौ करोड की सामग्री यहां एकत्र हो चुकी है।
मन्दिर में लगातार लाए जा रहे बेशकीमती गहनों और नगदी के मद्देनजर पुलिस ने यहां सुरक्षा व्यवस्था अत्यन्त कडी कर दी है। पूरे परिसर को सीसीटीवी कैमरों से लैस कर दिया गया है और चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई है। मन्दिर में आने वाले दर्शनार्थियों की संख्या में भी लगातार वृध्दि हो रही है। महालक्ष्मी मन्दिर का यह विशेष उत्सव धनतेरस से शुरु होकर भाईदूज तक पांच दिनों तक चलेगा और इस दौरान यहां दर्शनार्थियों की लम्बी लम्बी कतारें लगेंगी।
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