November 16, 2024

सैयद वूसद गोलीकाण्ड का पर्दाफाश,तीन गिरफ्तार

रुपए की वसूली और दादागिरी जमाने के लिए चलवाई थी गोली

रतलाम,22 सितम्बर (इ खबरटुडे)। पिछले पांच माह से पुलिस के लिए सबसे बडी चुनौती बने हुए सैयद वूसद गोलीकाण्ड की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। एनएसयूआई के पूर्व अध्यक्ष सैयद वूसत जैदी पर विगत 17 अप्रैल 2015 को मोटर साइकिल पर सवार दो अज्ञात हमलावरों ने गोली चला दी थी। पुलिस ने इस सिलसिले में दो शूटर और मुख्य षडयंत्रकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस कंट्रोल रुम पर आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक अविनाश शर्मा ने इस सफलता की विस्तार से जानकारी दी। एसपी श्री शर्मा ने बताया कि करीब पांच माह पूर्व 17 अप्रैल 2015 को अपने घर से दुकान पर जा रहे सैयद वूसत पर फ्रीगंज में एसबीआई एटीएम के पास दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी। इस जानलेवा हमले में सैयद वूसत की स्थिति बेहद गंभीर हो गई थी और उसकी एक किडनी खराब हो गई थी। चिकित्सकों ने बडी मुश्किल से किडनी निकालकर उसकी जान बचाई थी।
इस सनसनीखेज काण्ड की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस लम्बे समय से प्रयासरत थी। करीब दो सौ साक्षियों से पूछताछ और अत्यन्त वैज्ञानिक तरीके से किए गए अनुसंधान के बाद पुलिस ने सैयद वूसत पर हमले के मुख्य आरोपी अंसार शैरानी को गिरफ्तार किया। असंार सैरानी ने अपने बेटे अजहर का इंजीनियरिंग कालेज में एडमिशन कराने के लिए सैयद वूसत को वर्ष 2011 में दो लाख तीस हजार रु. दिए थे। उस समय अंसार एनडीपीएस एक्ट के एक प्रकरण सजा काट रहा था और पैरोल पर बाहर आया हुआ था। उसके बेटे अजहर का इंजीनियरिंग कालेज में एडमिशन तो हुआ लेकिन एक साल बाद कालेज ने सीट नहीं होने के कारण उसका एडमिशन केंसल कर दिया था।  जब एडमिशन केंसल हो गया तब अंसार ने सैयद वूसद से अपनी रकम लौटाने की मांग की। जिसपर सैयद वूसत ने किश्तों में डेढ लाख रु.लौटा दिए थे,लेकिन शेष रुपए लौटाने में आनाकानी कर रहा था।
इसी विवाद के चलते अंसार ने सैयद वूसद को सबक सिखाने की योजना बनाई. जेल में उसकी मुलाकात इन्दौर निवासी शूटर विकास  परिहार 33 से हुई थी। वर्ष 2014 में जेल से रिहा होते ही अंसार ने सैयद वूसद को मारने की योजना बनाई। इसके लिए उसने इन्दौर के शूटर विकास परिहार से सम्पर्क किया और डेढ लाख रुपए में सैयद वूसद की सुपारी दे दी। सुपारी लेने के बाद विकास रतलाम आया और अपने एक साथी सज्जाद पिता जाकीर मंसूरी  23 नि.रतलाम के साथ उसने सैयद वूसद को मारने की योजना बनाई। विकास और सज्जाद ने अंसार की प्लानिंग के मुताबिक पहले तीन दिन तक सैयद वूसद की रैकी की और फिर 17 अप्रैल को फ्रींगज में उसे गोली मार दी।
एसपी श्री शर्मा ने बताया कि घटना में लिप्त तीनो ही आरोपी आदतन अपराधी है और उनके विरुध्द कई आपराधिक प्रकरण पूर्व से ही दर्ज है। मुख्य षडयंत्रकर्ता अंसार पर हत्या के प्रयास और नारकोटिक्स एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज है। जबकि सज्जाद मंसूरी के खिलाफ भी कई गंभीर अपराध दर्ज है। इसी तरह विकास परिहार  नि.इन्दौर के विरुध्द हत्या और आम्र्स एक्ट के प्रकरण दर्ज है।
आरोपी अंसार की निशानदेही पर पुलिस ने शूटर सज्जाद और विकास को भी उनके ठिकानों से धरदबोचा। घटना में प्रयुक्त पिस्टल और मोटर साइकिल को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। घटना को सुलझाने वाली पुलिस टीम को महानिरीक्षक द्वारा तीस हजार रुपए का नगद पुरस्कार देने की घोषणा भी की गई है।

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