December 27, 2024

संसार का सबसे बड़ा संस्कार है मानवता-श्रीमती स्मृति ईरानी

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श्री जयंतसेन सुरीश्वरजी म.सा. से लिया आशीर्वद केन्द्रीय मंत्र्ाी श्रीमती ईरानी और प्रख्यात कवि श्री शैलेष लोढ़ा ने

रतलाम 10 सितम्बर(इ खबरटुडे)। रतलाम चार्तुमास कार्यक्रम में आयोजित युवा संस्कार शिविर को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय कपड़ा मंत्र्ाी भारत सरकार श्रीमती स्मृति ईरानी ने कहा कि संसार का सबसे बड़ा संस्कार मानवता है ।

मानवीय मूल्यों को समझना और उनको अपने जीवन में उतारना आज के समय की सबसे बड़ी मांग है । उन्होंने श्री जयंतसेन सूरीश्वरजी म.सा. के सानिध्य में आयोजित युवा संस्कार शिविर का समुचित लाभ ल्ोने की अपेक्षा करते हुए युवाओं को कहा कि जहां संत है वहीं बसंत है। श्रीमती ईरानी ने रतलाम प्रवास पर रहते हुए आचार्यश्री से भेंट कर आशीर्वाद लिया।

श्रीमती ईरानी ने अपने सम्बोधन में महाराष्ट्र के बीड़ जिल्ो एवं पंजाब के उदाहरण प्रस्तुत करते हुए मानवीय मुल्यों में आ रही गिरावटों को इंगित करते हुए उनसे बचने की अपील युवाओं से की.। उन्हंोने कहा कि आज का युवा यदि मानवीय मुल्यों को अंगीकार करते हुए आगे बढ़ता है तो स्वयं के साथ सभी का भविष्य सुखद होता है। उन्होंने आचार्य श्री जयंतसेन सूरीश्वरजी म.सा. से सभी को आशीर्वाद प्रदान करने का अनुग्रह किया ।

सपने देखो और उन्हें पुरा करने की कोशिश करों- शैलेष लोढ़ा
प्रख्यात कवि और हास्य टीवी कलाकार श्री शैलेष लोढ़ा ने भी युवा संस्कार शिविर को सम्बोधित करते हुए युवाओं से सपने देखने और उन्हे पुरा करने की कोशिश करने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि यदी आप सकारात्मक सोच रखते हुए सपनो को पुरा करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे तो निश्चित ही सफलता आपको मिल्ोगी। उन्होंने युवाओं से कहा कि जिन माता पिता ने आपको तमाम सारी सुविधाएं देकर इस योग्य बनाया है कभी उनके पास टीवी और मोबाईल जैसी सुविधाएं नहीं हुआ करती थी।

आज की युवा पीढ़ी को चाहिए कि वे फेसबुक और वाट्सअप को छोड़कर किताबों को अपना सबसे अच्छा मित्र्ा बनाए । श्री लोढ़ा ने कहा कि युवाओं को अपनी ऊर्जा को सही दिशा में समुचित उपयोग करने के लिए टीवी, मोबाईल का त्याग करना होगा क्योंकि ये जीवन के लिए आवश्यक तो है ल्ोकिन अत्यावश्यक नहीं है।

संस्कारों की बात करते हुए श्री लोढ़ा ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को सुनने की आदत डालना चाहिए। उन्हें चाहिए कि वे अपने से बड़ों की बात सुने और उनके द्वारा जीवन में किए गए संघर्षो के बारे में जाने। जब तक आप एक अच्छे श्रोता नहीं बन सकेंगे तब तक सफलता के रास्ते पर अवरोध आते रहेंगे। उन्होंने सभी युवाओं से अपनी संस्कृति पर गर्व करने का आव्हान किया। श्री लोढ़ा नेे कहा कि हमारा देश और हमारी संस्कृति संसाार में एकलौती संस्कृति है जो माता-पिता के चरण स्पर्श कर चरणरज को अपने ललाट पर श्रद्धा के साथ लगाती है।
जयंतसेन धाम में आयोजित शिविर में रतलाम शहर विधायक और म.प्र. योजना आयोग के नवनियुक्त उपाध्यक्ष श्री चेतन्य काश्यप ने अतिथियों का स्वागत किया । इस अवसर पर सैलाना विधायक श्रीमती संगीता चारेल, रतलाम नगर पालिक निगम महापौर डॉ.सुनिता यार्दे, जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमेश मईड़ा, जिला योजना समिति सदस्य बजंरग पुरोहित भी उपस्थित थ्ो।

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