श्री महाकालेश्वर की सवारी अब लाईव देखना ही ठीक, 7 फीट बेरिकेडस पर लगे पर्दे
उज्जैन,19 जुलाई (इ खबरटुडे/ब्रजेश परमार )।श्रावण-भादो मास में प्रति सोमवार को निकलने वाली भगवान श्री महाकालेश्वर की सवारी को नए मार्ग पर भी अब आम श्रद्धालू सीधे नहीं देख पाएंगे।प्रथम दो सवारी के बाद तीसरी सवारी के पहले प्रशासन ने दोनों और लगे 7 फीट उंचे बेरिकेड़स पर अब परदे भी डाल दिए हैं।इसके चलते श्रद्धालुओं को अब सवारी को आन लाईन एवं टीवी पर देखना ही ठीक रहेगा।
श्रावण माह के सोमवार को भगवान महाकालेश्वर की निकलने वाली सवारी के सीधे दर्शनों पर आमजन के लिये प्रतिबंध लगाया गया है। कोरोना नियमों के अंतर्गत प्रशासन को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना है। इसी कारण प्रशासन ने लोगों से ऑनलाइन माध्यम से सवारी के दर्शन करने की अपील भी की।
महाकाल की पहली सवारी एवं दुसरी सवारी के दौरान देखने में आया था कि नए मार्ग के मकानों में से लोग निकल कर बाहर आ गए और उनके घरों में उन्होंने बाहर के श्रद्धालुओं को भी जगह दी।ऐसे में प्रशासन ने नई युक्ति लगाते हुए सवारी मार्ग के दोनों और लगे 7-7 फीट के बेरिकेड्स की डबल लेयर को अब की बार पर्दे एवं चादरों से ढक दिया है जिससे की सवारी मार्ग के आसपास के रहवासी भी सवारी दर्शनों के लिए घर से बाहर निकल कर न आएं ।
अब जो लोग सवारी मार्ग तक पहुंच भी जाएंगे तो पालकी के दर्शन नहीं कर पाएंगे। भगवान श्री महाकालेश्वर की तीसरी सवारी सोमवार 20 जुलाई को शाम 4 बजे महाकाल मन्दिर से परिवर्तित मार्ग से निकाली जायेगी।
परिवर्तित मार्ग अनुसार भगवान महाकालेश्वर की सवारी महाकाल मन्दिर से बड़ा गणेश मन्दिर होते हुए हरसिद्धि मन्दिर चौराहा पहुंचेगी। यहां से झालरिया मठ और बालमुकुंद आश्रम होते हुए सवारी रामघाट पर पहुंचेगी। रामघाट पर पूजन-अर्चन के पश्चात सवारी रामानुजकोट, हरसिद्धि की पाल होते हुए हरसिद्धि मन्दिर मार्ग, बड़ा गणेश मन्दिर के सामने से होती हुई पुन: महाकालेश्वर मन्दिर पहुंचेगी। सवारी का लाईव प्रसारण विभिन्न चैनलों द्वारा किया जायेगा।
कलेक्टर एवं अध्यक्ष श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति आशीष सिंह ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर वे सवारी देखने के लिये घरों से बाहर न निकलें। उन्होंने बताया कि सवारी मार्ग में लगे बैरिकेट्स को ढंककर सवारी के व्यू को बाधित किया जायेगा, इसीलिये बैरिकेटिंग के बाहर एकत्रित होने पर भी सवारी के दर्शन नहीं हो पायेंगे। कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए सभी श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वे घरों में ही रहकर भगवान महाकाल की सवारी का दर्शन लाभ लें।
अन्य प्रांतों के श्रद्धालुओं के दर्शन पर प्रतिबंध-
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने मध्यप्रदेश के बाहर के श्रद्धालुओं के लिए भगवान के दर्शन मंदिर आकर करने पर आगामी आदेश तक के लिए प्रतिबंध लगा दिया है।समिति के प्रशासक सूजानसिंह रावत के अनुसार देखने में आया कि बाहर से आए श्रद्धालुओं के कारण समस्या बढ़ सकती है ऐसे में यह निर्णय लिया गया है।
इसे लेकर समिति ने आनलाईन बुकिंग के सभी माध्यमों पर भी प्रदेश के बाहर के श्रद्धालुओं को सूचित कर आग्रह पूर्ण निवेदन किया है।श्रावण मास में भगवान महाकालेश्वर के दर्शन करने दिल्ली, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र के श्रद्धालु निजी चौपहिया वाहनों से पहुंच रहे हैं। लेकिन मध्यप्रदेश से बाहर के श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं देने का निर्णय पर अमल किया जा रहा है,, जिस कारण दिल्ली, उत्तरप्रदेश और राजस्थान के सैकड़ों लोगों को भगवान के दर्शन किये बगैर ही लौटना पड़ा।