शहृीर हत्याकाण्ड के विशेष लोक अभियोजक ने दिया त्यागपत्र
भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच से पहले ही भेजा इस्तीफा
इन्दौर/रतलाम,4 अक्टूबर (इ खबरटुडे)। बहुचर्चित शहीर हत्याकाण्ड में नियुक्त किए गए विशेष लोक अभियोजक मुकेश सुराना ने इस मामले से खुद को अलग कर लिया है। विशेष लोक अभियोजक के पद से त्यागपत्र दिए जाने की जानकारी सुराना की ओर से हाईकोर्ट में नियुक्त अभिभाषक ने हाईकोर्ट में प्रकरण की सुनवाई के दौरान दी। उल्लेखनीय है कि शहीर हत्याकाण्ड में विशेष लोक अभियोजक पर अभियुक्त पक्ष से रिश्वत मांगने का आरोप था और इस आरोप की जांच होना थी। लेकिन जांच से पहले ही उन्होने इस्तीफा दे दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार,शहीर हत्याकाण्ड के मुख्य आरोपी भूपेन्द्र सिंह की ओर से इन्दौर हाईकोर्ट में क्रिमिनल रिविजन प्रस्तुत कर विशेष लोक अभियोजक मुकेश सुराना को हटाने की मांग की गई थी। इस रिविजन की सुनवाई के दौरान २८ जुलाई २०१६को अभियुक्त के पिता और अभिभाषक देवराज सिंह ने लोकायुक्त और रतलाम एसपी को यह शिकायत की थी कि विशेष लोक अभियोजक सुराना द्वारा प्रकरण के जल्दी निराकरण के लिए दस लाख रु.की मांग की जा रही है। देवराज सिंह ने इस सम्बन्ध में अभिभाषक मुकेश सुराना के पुत्र आशुतोष सुराना की फोनकाल को रेकार्ड कर उसका टेप भी लोकायुक्त और एसपी रतलाम को सौंपा था,जिसमें वह दस लाख रुपए की मांग कर रहा था। जब लोकायुक्त और एसपी रतलाम ने इस सम्बन्ध में कोई कार्यवाही नहीं की,तब श्री सिंह ने फोनकाल की सीडी उच्च न्यायालय में सौंप कर इसमें कार्यवाही करने की मांग की थी। श्री सिंह के निवेदन पर उच्च न्यायालय ने इन आरोपों की न्यायिक जांच कराने का प्रस्ताव रखा था।
इस मामले पर आगे कोई निर्णय लिया जाता इससे पहले ही मंगलवार को उच्च न्यायालय में मामले की सुनवाई के दौरान विशेष लोक अभियोजक मुकेश सुराना द्वारा उच्च न्यायालय में नियुक्त किए गए अभिभाषक अक्षत पहाडिया ने मुकेश सुराना द्वारा पद से त्यागपत्र दिए जाने की जानकारी दी गई।
अभिभाषक देवराज सिंह ने इ खबरटुडे को बताया कि माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष अभिभाषक श्री पहाडिया ने मुकेश सुराना द्वारा ३ अक्टूबर को अपने पद से त्यागपत्र दिए जाने की जानकारी दी। श्री पहाडिया ने मुकेश सुराना द्वारा विधि विभाग भोपाल,कलेक्टर रतलाम और जिला न्यायालय रतलाम को रजिस्टर्ड एडी द्वारा त्यागपत्र भेजे जाने की जानकारी देते हुए इसकी रसीदें भी दिखाई। त्यागपत्र की जानकारी मिलने पर श्री सिंह ने अपनी रिविजन वापस ले ली।
उल्लेखनीय है कि शहीर हत्याकाण्ड में मुख्य अभियुक्त भूपेन्द्र सिंह के अलावा शिव पण्डित और पीयूष भट्ट का नाम भी एफआईआर में लिखवाया गया था। बाद में एसटीएफ की जांच में शिव पण्डित और पीयूष भट्ट को क्लीन चिट दे दी गई थी व दो अन्य युवकों को हत्या का आरोपी बनाया गया था। शिव पण्डित और पीयूष भट्ट को फिर से आरोपी बनाने के लिए फरियादी दबीर एहमद ने उच्च न्यायालय में एक अलग से क्रिमिनल रिविजन दायर की थी,जिसकी सुनवाई १८ अक्टूबर को होना है।
इ खबरटुडे ने जब खाचरौद के अभिभाषक मुकेश सुराना से विशेष लोक अभियोजक के पद से त्यागपत्र दिए जाने के सम्बन्ध में पूछा तो सुराना का कहना था कि वे इस मामलेे में कुछ नहीं कहेंगे। उन्होने कहा कि आपको जो जानकारी हो वैसी खबर बना दीजिए। श्री सुराना सवाल सुनते ही भडक गए। वे कहने लगे कि आप होते कौन हो जो मुझसे पूछ रहे हो।