November 14, 2024

वर्ष 2013 की तुलना में तीन प्रतिशत अधिक हुआ मतदान,मतदान प्रतिशत की बढोत्तरी को लेकर अलग अलग अनुमान

रतलाम.28 नवंबर (इ खबरटुडे)। विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान में मतदाताओं ने बढ चढ कर हिस्सा लिया। शाम पांच बजे तक मिले मतदान के आंकडों के मुताबिक जिले में औसतन 81.1 प्रतिशत मतदान होने की सूचना है। मतदान के अंतिम आंकडे अभी अप्राप्त है और मतदान का प्रतिशत अभी और बढने की उम्मीद है। वर्ष 2013 की तुलना में मतदान का आंकडा करीब तीन प्रतिशत ज्यादा है। मतदान के बढे हुए आंकडों को लेकर अलग अलग अनुमान लगाए जा रहे हैं।
जिले की पांचो विधानसभा सीटों के लिए सुबह से शांतिपूर्ण मतदान प्रारंभ हुआ। मतदान का समय समाप्त होने के बाद भी अनेक मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की कतारें लगी हुई थी। प्रारंभिक तौर पर प्राप्त हुए मतदान के आंकडों के मुताबिक जिले में औसतन कुल 81.1 प्रतिशत मतदान होने की खबर है। मतदान के अंतिम आंकडें अभी अप्राप्त है। मतदान प्रतिशत में और वृध्दि होने की संभावना है।
आंकडों के मुताबिक रतलाम ग्रामीण सीट पर 83.77 प्रतिशत मतदान हुआ है। वर्ष 2013 के विस चुनाव में यहां 79.23 प्रतिशत मतदान हुआ था। इसी प्रकार रतलाम शहर सीट पर 71.7 प्रतिशत मतदान हुआ है,जबकि 2013 में 68.29 प्रतिशत मतदान हुआ है। आदिवासी सीट सैलाना पर 85.5 प्रतिशत मतदान हुआ है,जबकि यहां 2013 में 83.40 प्रतिशत मतदान हुआ है। जावरा में इस बार 82.8 प्रतिशत मतदान हुआ है,जबकि 2013 में 80.44 मतदान हुआ था। इसी तरह अजा सुरक्षित आलोट सीट पर इस बार 81.5 प्रतिशत मतदान होने की सूचना है। आलोट में वर्ष 2013 में 79.24 प्रतिशत हुआ था।
आंकडों के आईने में देखें तो जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर मतदान का प्रतिशत करीब करीब दो प्रतिशत बढा है। अंतिम आंकडे आने पर इस वृध्दि में और बढोत्तरी होने की संभावना है।

आंकडों को लेकर अलग अलग अनुमान

मतदान प्रतिशत में बढोत्तरी को लेकर अलग अलग राजनैतिक दलों द्वारा अलग अलग अनुमान लगाए जा रहे है। भाजपा के विश्लेषक मतदान प्रतिशत की बढोत्तरी को अपने पक्ष में मान कर चल रहे है। रतलाम शहर सीट पर करीब तीन प्रतिशत की वृध्दि हुई है। इसमें अभी एक से डेढ प्रतिशत और वृध्दि होने का अनुमान है। भाजपा के विश्लेषक यह मानकर चल रहे है कि इस बार जुडे नए मतदाता पूरी तरह से भाजपा के पक्ष में है। भाजपा को शहर सीट में अपनी लीड बढने के आसार दिखाई दे रहे है। दूसरी ओर कांग्रेस इसे जनता की नाराजगी का असर मान रही है। कांग्रेस के नेता मान रहे है कि मतदान का बढा प्रतिशत सरकार के खिलाफ नाराजगी का इजहार है।
बहरहाल,निरपेक्ष विश्लेषकों का आकलन यह है कि मतदान का प्रतिशत बढने का ज्यादा फायदा आमतौर पर भाजपा को ही होता है। मतदान प्रतिशत में तीन से चार प्रतिशत की वृध्दि होने पर भाजपा को उन सीटों पर सबसे ज्यादा फायदा होता है,जहां हार जीत का अंतर डेढ से दो हजार का रहता है। ऐसी सीटों पर मतदान प्रतिशत बढने से भाजपा की जीत की संभावना बढ जाती है।
जिले की सभी सीटों पर मतदान प्रतिशत में चार से पांच प्रतिशत तक बढने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा है।

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