रतलाम में शाहरुख़ खान ने चलती ट्रेन में किया रईस का प्रमोशन
भाजयुमो के कार्यकर्ताओ ने काले झंडे लहरा कर शाहरुख़ के खिलाफ नारेबाजी की
रतलाम,24 जनवरी(इ खबरटुडे)। अपनी फिल्म रईस के प्रमोशन के लिए ट्रेन से मुंबई से दिल्ली के सफर पर निकले शाहरुख़ खान रात करीब 2.20 बजे अगस्त क्रांति एक्सप्रेस से रतलाम रेलवे स्टेशन पर आए, लेकिन वे कोच से बाहर नही निकले। इससे उनके फैन्स काफी निराश हुए। भाजयुमो जिला अध्यक्ष बलवंत भाटी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में युवा मोर्चा कार्यकर्त्ता विरोध प्रदर्शन के लिए स्टेशन पर मौजूद थे। युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओ ने काले झंडे लहरा कर शाहरुख़ के खिलाफ नारेबाजी की।
शाहरुख़ ने ट्रेन रवाना होने के बाद बंद दरवाजे से हाथ हिलाया, लेकिन यह नजारा कुछ लोग की देख पाए। शाहरुख़ के साथ सन्नी लियोन सहित अन्य फिल्मी कलाकार और प्रमोशन टीम के सदस्य कोच में सवार थे। ट्रेन के प्लेटफार्म पर आते ही सेकड़ो फैन्स किंग खान के कोच की ओर लपक पड़े थे। भीड़ नियंत्रण के लिए रेलवे पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल तैनात थे, जिससे कोई गड़बड़ नही हुई। अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए पहली बार रेल सफर पर निकले शाहरूख खान के साथ सन्नी लियोन के रतलाम आने की सूचना के बाद ही फैन्स काफी उत्साहित थे।
सोमवार-मंगलवार की रात 1.30 बजे तक भारी संख्या में किंग खान के फैन्स रेलवे परिसर व प्लेटफार्म पर जमा हो गए। अगस्त क्रांति एक्सप्रेस अपने तय समय 2.18 से 2.20 बजे के बीच प्लेटफार्म नंबर 5 पर आई। ट्रेन के आने की सूचना प्रसारित होते ही युवाओं का समूह किंग खान के कोच से बाहर आने का इंतजार करने लगा, लेकिन उसे मायूसी ही हाथ लगी।
शाहरूख खान अपनी प्रमोशन टीम के साथ ए-5 कोच से बाहर ही नहीं निकले। युवाओं ने कोच के बाहर शाहरूख-शाहरूख के नारे भी लगाए, लेकिन इसका कोई असर नहीं हुआ। करीब 10 मिनट के ठहराव के बाद ट्रेन की रवानगी का सायरन बजा, तो जाती ट्रेन से शाहरूख खान गेट पर दिखाई दिए। कुछ युवाओं ने हाथ हिलाकर उनका अभिवादन किया। ट्रेन तेज गति से दिल्ली की ओर रवाना हो गई।
बड़ोदरा स्टेशन पर भगदड़ होने से एक युवक की मौत
बताया जाता है कि बड़ोदरा स्टेशन पर भगदड़ होने और एक युवक की मौत हो जाने से शाहरुख़ ने अन्य स्टेशनों पर कोच से बाहर नही निकलने का निर्णय लिया। उनकी मीडिया ऑफिसर सोनाली मदाने ने बताया कि शाहरुख़ अपने फैन्स से मिलने का फिर कोई कार्यक्रम बना सकते है। वे फैन्स के हित में ट्रेन के कोच से बाहर नही आए, क्योकि इससे प्लेटफार्म पर स्थिति बिगड़ सकती थी।