भारत सरकार का डिजिटल इंडिया अवार्ड्स 2016 उज्जैन को प्राप्त हुआ
सिंहस्थ 2016 ने बनाए कई रिकार्ड
उज्जैन,19 दिसम्बर(इ खबरटुडे)। पाँच विश्व रिकार्ड के बाद सोमवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित डिजिटल इंडिया अवार्ड्स कार्यक्रम में ‘Most Innovative Citizen Engagement’ श्रेणी में पुरस्कार उज्जैन को प्राप्त हुआ। पूर्व मेला अधिकारी अविनाश लवानिया, पूर्व उप मेला अधिकारी सुजान रावत द्वारा यह पुरस्कार रवि शंकर प्रसाद, केंद्रीय मंत्री, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रोध्योगिकी, क़ानून और न्याय से प्राप्त किया गया।
भारत सरकार के राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र द्वारा देश में सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से जनता की सुविधा एवं जन कल्याणकारी सेवाओं को प्रदान करने हेतु अपनाए जा रहे नवाचारों को प्रोत्साहित एवं सम्मानित करने हेतु विभिन्न विभागों एवं संस्थाओं से प्रेज़ेंटेशन आमंत्रित किए गए थे। सिंहस्थ मेला कार्यालय द्वारा सिंहस्थ महापर्व में आए करोड़ों श्रद्धालुओं को सूचना प्रौद्योगिकी के नवीनतम माध्यमों का उपयोग कर सेवाएँ प्रदान की गई थीं जैसे जीआईएस, मोबाइल एप, वेब साइट, कॉल सेंटर, स्मार्ट पार्किंग, सोशल मीडिया, डिस्प्ले सिस्टम, हेल्प सेंटर आदि।
6 श्रेणियों में देश भर से आए हज़ारों प्रस्तावों में से 20 अवॉर्ड आज दिए गए। म.प्र. से मात्र सिंहस्थ कार्यालय को अवार्ड प्राप्त हुआ। सिंहस्थ उज्जैन का नाम आते ही सभी उपस्थित लोगों द्वारा तालियाँ बजाई एवं रविशंकर प्रसाद द्वारा भी स्टेज पर ही मेला अधिकारी एवं उनकी टीम से बात की एवं सबको बधाई दी। इस बार का सिंहस्थ आईटी की नवीनतम तकनीकों के उपयोग के लिए भी जाना गया है।
संभागायुक्त रवीन्द्र पस्तोर जो कि अपने आईटी प्रेम के लिए जाने जाते हैं एवं ख़ुद भी टैकसेवी हैं, ने इस सिंहस्थ में जनता को अधिक से अधिक सेवाएँ देने के लिए सूचना प्रोध्योगिकी का उपयोग करने के निर्देश दिए थे।
तत्कालीन मेला अधिकारी श्री लवानिया जो कि ख़ुद आईआईटियन है, द्वारा अपनी टीम के माध्यम से नई नई तकनीकों का उपयोग किया गया। फ़ील्ड में अपनी आईटी टीम के साथ इन नवीनतम तकनीकों को अमलीजामा पहनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई सुजान रावत, उप मेला अधिकारी ने। आईटी टीम में मनीष विजयवर्गीय, दीपक वर्मा आदि शामिल थे। मेला अधिकारी श्री लवानिया ने इस पुरस्कार को उज्जैन की जनता एवं अपनी टीम की मेहनत के नाम किया।
सिंहस्थ की बची टंकियां 339 पंचायतों को भिजवाई गई
कलेक्टर संकेत भोंडवे ने सिंहस्थ-2016 के दौरान विभागों द्वारा निर्मित परिसम्पत्तियों के संधारण तथा शासकीय अभिलेखों में उनकी प्रविष्टि की समीक्षा की। बताया गया कि सिंहस्थ के पश्चात बची हुई पेयजल टंकियों को जिले की 339 ग्राम पंचायतों में भिजवाया गया है। ये टंकियां स्कूल भवनों तथा आंगनवाड़ी भवनों पर स्थापित की जाने के लिये भिजवाई गई हैं। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि इनकी उपयोगिता के प्रमाण-पत्र सम्बन्धित ग्राम पंचायतों से प्राप्त किये जायें। सिंहस्थ की परिसम्पत्तियां विशेष रूप से निर्मित किये गये सॉफ्टवेयर में भी दर्ज की जाना है। सम्बन्धित अधिकारी सॉफ्टवेयर में प्रविष्टि का कार्य करवायें।