भादौ में जमकर झमाझम
उज्जैन 24 अगस्त । सावन के पूरी तरह से भिगोने के बाद अब मानसून ने भादौ को भी पूरी तरह से तरबतर करने की ठान ली है। पिछले तीन दिनों से कुछ-कुछ अंतराल से हो रही बरसात गुरूवार रात झड़ी के रूप में तब्दील हो गई। पूरी रात रिमझिम के बीच शुक्रवार को लगातार बारिश हो रही है। हालांकि वर्षा का वेग कुछ कमजोर है। मानसून इस बार वैसे ही कुछ यादा मेहरबान है। सावन में ही करीब 29 इंच बरस चुका है। भादौ की शुरूआत भी जोरदार बरसात की दस्तक से हुई। रक्षाबंधन के एक दिन पूर्व रूक-रूककर शुरू हुआ वर्षा का दौर सतत जारी रहा लेकिन गुरूवार को दिनभर रह रहकर बरसात होती रही। गुरूवार-शुक्रवार की दरमियानी रात से जिले में लगातार बारिश हो रही है। वर्षा जारी है लेकिन इसकी गति सामान्य होने से अधिक परेशानी नहीं है लेकिन औसत बरसात का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार चौबीस घंटे में करीब 30 मिमी. वर्षा हुई है। इस सीजन में अब तक 32 इुंच वर्षा हो चुकी है।
गंभीर लबरेज
शहर के मुख्य जल स्त्रोत गंभीर जलाशय में पर्याप्त मात्रा में पानी आ चुका है। जलाशय की क्षमता 2250 एमसीएफटी है। जलाशय कंट्रोल रूम के अनुसार लागातार बरसात से गंभीर अपने उच्चतम स्तर तक पहुंच चुका है। गुरूवार को इसका जलस्तर 2223 एमसीएफटी तक था। जलाशय का जलस्तर मेनटेन करने के लिए निरंतर गेट खोलने पड़ रहे हैं। जलाशय के जलग्रहण क्षेत्र में सतत हो रही वर्षा से पानी की आवक बनी हुई है। ऐसी स्थिति में गेट नं. 3 को 50 एमएम तक खुला रखा गया है। गेट खोलने-बंद करने का यह क्रम पिछले कुछ दिनों से लगातार जारी है। इधर शिप्रा का भी जलस्तर तेजी से बढ़ा है। बड़नगर रोड स्थित छोटे पुल के ऊपर से नदी का पानी बह रहा है।
सड़को की हालत और खराब
वैसे ही पूरे शहर में सड़कों की हालत खराब हो चुकी है और सतत वर्षा से शहर के कई इलाकों में सड़के पूरी तरह खराब हो गई हैं। जल जमाव के कारण गङ्ढे नजर नहीं आने से दुपहिया वाहन चालकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है इसके अलवा आगवामन में भी दिक्कतें हो रही है। जलजमाव के कारण निचली बस्तियों में भी पानी जमा है।
वृक्ष धराशायी
बरसात के कारण जमीन भी कमजोर हो रही है। फलस्वरूप वृक्ष भी जमीन छोड़ने लगे हैं। सीएमएचओ कार्यालय के सामने जिला चिकित्सालय परिसर में एक वृक्ष आज सुबह धराशायी हो गया। वृक्ष के गिरने से परिसर की दीवार का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है हालांकि इसमें कोई जनहानि नहीं हुई है।
तंग बस्तियों में हालात खराब
शहर की तंग बस्तियों में जलजमाव और कीचड़ के कारण हालात खराब हैं। लोगों का घरों से निकलना भी दुभर हो गया है। कई इलाकों में तो पैदल चलना भी संभव नहीं है। पानी की निकासी और सफाई नहीं होने से अव्यवस्था ही अव्यवस्था नजर आ रही है।