December 25, 2024

बंगाल पंचायत चुनाव में हिंसा, ममता के मंत्री ने BJP समर्थक को मारा थप्पड़

cpm on bjp

नई दिल्ली,14 मई (इ खबरटुडे)।एक लंबी कानूनी लड़ाई के बाद पश्चिम बंगाल में बहुप्रतीक्षित पंचायत चुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज वोट डाले जा रहे हैं. मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हो गया है. कई इलाकों में बमबारी, मारपीट, मतदान पेटी जलाने और मारपीट जैसी हिंसक घटनाओं की खबरें भी आ रही हैं. कूचबिहार में ममता सरकार के मंत्री रबींद्र नाथ घोष पर पोलिंग बूथ पर बीजेपी समर्थक को थप्पड़ मारने का भी आरोप लगा है.

-पश्चिम मिदनापुर में 102 साल की महिला ने डाला वोट.
-भांगर में स्थानीय लोगों द्वारा सड़क ब्लॉक की गई. टीएमसी कार्यकर्ताओं पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप. मीडिया वाहन को आग लगाई गई और कैमरा भी तोड़ दिया गया.
-कूचबिहार में पोलिंग बूथ पर हिंसा. बंगाल के मंत्री रबींद्र नाथ घोष पर बीजेपी समर्थक के साथ मारपीट करने का आरोप लगा है.
-बीरपारा में पोलिंग बूथ पर वोटरों को नहीं आने देने का आरोप. टीएमसी कार्यकर्ताओं पर आरोप.
-कूचबिहार के दिनाहाटा में देसी बम फटने से टीएमसी कार्यकर्ता ने हाथ खोया.
-उत्तर बंगाल के कई हिस्सा में भारी बारिश हो रही है, जिसके चलते वहां वोटिंग शुरू नहीं हो पाई है.

आसनसोल में बमबारी
आसनसोल जिले के रानीगंज में बांसरा इलाके से बमबारी की खबर है. यहां वोटिंग शुरू होने से पहले ही बम विस्फोट की घटना हुई, जिसके बाद इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है. हालांकि, ये किसकी हरकत है इसका अभी पता नहीं लग पाया है.

एक चरण में होने वाले पंचायत चुनाव के लिए तीव्र प्रचार अभियान चला. चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान हुई हिंसा को लेकर राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस, भाजपा, कांग्रेस और वाममोर्चा के नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए.

20 जिलों में चुनाव
राज्य में 621 जिला परिषदों , 6,157 पंचायत समितियों और 31827 ग्राम पंचायतों में चुनाव हो रहे हैं. चुनाव के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं और असम, ओडिशा, सिक्किम और आंध्र प्रदेश से लगभग 1,500 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.

सुरक्षा बलों ने सुरक्षा प्रबंधों के तहत राज्य के विभिन्न भागों में आज मार्च निकाला. इस बार पंचायत चुनाव में राज्य निर्वाचन आयोग, राज्य सरकार, सत्तारूढ़ टीएमसी और विपक्षी भाजपा, कांग्रेस तथा वाममोर्चा के बीच एक अभूतपूर्व कानूनी लड़ाई देखने को मिली.

सुप्रीम कोर्ट का आदेश
बंगाल में काफी विवाद के बाद पंचायत चुनाव हो रहे हैं. सत्ताधारी टीएमसी पर दूसरी पार्टी के उम्मीदवारों को नामांकन से रोकने के आरोप लगने के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने 10 मई को अपने आदेश में कहा था कि राज्य चुनाव आयोग ऐसे उम्मीदवारों को विजयी घोषित न करे, जहां किसी और पार्टी के उम्मीदवार नामांकन न कर पाए हों. बता दें कि टीएमसी के ऐसे करीब 18 हजार उम्मीदवार हैं. आज वोटिंग के बाद मतगणना 17 मई को होगी.

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