फूटप्रिन्ट ने खोला अन्धे कत्ल का राज
जमीन बटवारे से नाराज पुत्र ने की थी पिता की हत्या
रतलाम,3 जुलाई (इ खबरटुडे)। जिले के पिपलौदा उपखण्ड के ग्राम उपरवाडा में करीब एक माह पूर्व हुए अन्धे कत्ल की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। मृतक के पैर पर मिले एक फुटप्रिन्ट ने इस कत्ल का पर्दाफाश किया। पुलिस ने इस सिलसिले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस कंट्रोल रुम पर आयोजित एक प्रेसवार्ता में एसपी डॉ.जीके पाठक ने इस हत्याकाण्ड की विस्तार से जानकारी दी। डॉ.पाठक ने बताया कि विगत 29 मई 2014 को पिपलौदा थाना के ग्राम उपरवाडा में मृतक शोभाराम पिता खिमाजी पाटीदार 75 की लाश उसके खेत वाले मकान से बरामद हुई थी।मृतक की हत्या गला घोंट कर किए जाने के संकेत मिले थे,लेकिन प्रथम दृष्टया हत्या के इस प्रकरण में पुलिस को कोई खास सुराग नहीं मिले थे। मृतक के पैर पर एक अन्य मानव पैर का निशान बना हुआ था,जो किसी मिट्टी सने पैर के दबाव से बना प्रतीत हो रहा था। इसी को आधार मानकर पुलिस ने मृतक के नजदीकी व्यक्तियों के पैरों का इस फुटप्रिन्ट से मिलान किया। काफी लोगों के पैरों के निशानों की जांच के बाद लाला पिता साजिद खां २८ नि.कुशलगढ के पैरों के निशान उक्त फुटप्रिन्ट से मिलते जुलते पाए गए। जब पुलिस ने सख्ती से लाला से पूछताछ की तो हत्या का राज उजागर हो गया।
एसपी ने बताया कि मृतक शोभाराम ने 35 वर्ष पूर्व अम्बूबाई नामक एक महिला से नातरा किया था। इस महिला के दो बच्चों को शोभाराम ने अपने बच्चों की तरह प्यार दिया और उन्हे बडा किया। दोनो लडकों में से छोटा लडका श्यामलाल आवारा किस्म का था और उसने अपने घर की सोयाबीन से भरी ट्राली बिना पिता को जानकारी दिए बेच दी। इस बात से शोभाराम बेहद नाराज था और उसने श्यामलाल को अपने घर से निकाल दिया था। अपनी जमीन के बंटवारे में भी शोभाराम ने बडे पुत्र को अधिक जमीन दी जबकि श्यामलाल को कम जमीन दी। इस बात से श्यामलाल अपने पिता शोभाराम से बेहद नाराज था। इसके अलावा कुशलगढ निवासी लाला पिता साजिद खां ने मृतक से 90 हजार रुपए कर्ज लिया था और कर्ज लौटाने में आनाकानी कर रहा था। मृतक ने लाला को अपनी खेती से हटा दिया था और वह अपनी रकम लौटाने के लिए लाला पर दबाव बना रहा था। इसी बात पर लाला और श्यामलाल ने शोभाराम को रास्ते से हटाने की योजना बनाई और 29 मई की रात को खेत के मकान पर सो रहे शोभाराम का गला एक कपडे से घोंट दिया। इस हत्या में श्यामलाल का पुत्र राहूल 18 भी शामिल था। जब आरोपीगण शोभाराम का गला घोंट रहे थे,उस वक्त आरोपी लाला ने अपने पैरों से मृतक के पैर दबा रखे थे और इसी वजह से उसके पैरों के निशान मृतक के पैरों पर बन गए थे। पैरों के यही निशान आरोपियों के लिए फन्दा साबित हुए। पिपलौदा पुलिस ने तीनो आरोपियों को हत्या के प्रकरण में गिरफ्तार कर लिया है।