पुलिस अधिकारी पर गोली चलाने के मामले में जमानत मिलने के बाद 20 वर्षो से फरार आरोपी गिरफ्तार
एसपी ने की टीम को 5 हजार का पुरस्कार देने की घोषणा
रतलाम,01 मार्च(इ खबरटुडे)। पुलिस ने 20 वर्षो से फरार आरोपी और अंतर्राज्जीय मादक पदार्थ तस्कर को पकडऩे में सफलता हासील की है। आरोपी जिले में एक पुलिस अधिकारी पर गोली चलाने के मामले में जमानत मिलने के बाद से फरार था। पुलिस के अनुसार मादक पदार्थो की तस्करी में मामले में भी यूपी और गुजरात पुलिस को आरोपी की तलाश है। आरोपी से पिस्टल और जिंदा कारतुस भी बरामद किया गया है। बुधवार को पत्रकारों से चर्चा में एएसपी गोपाल खांडेल ने पत्रकारों को इस सफलता की जानकारी दी। उन्होने बताया कि मुखबीर की सूचना के आधार पर पांच हजार रुपए के फरार इनामी बदमाश नजीम पिता उस्मान खां पठान 52 वर्ष निवासी परवलिया थाना रिंगनोद हालमुकाम अखेपुर प्रतापगढ राजस्थान को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी ग्राम अखेपुर में नाम बदलकर रह रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने अखेपुर में दबिश दी। पुलिस टीम को देखकर आरोपी मोटर साइकल से भागने लगा। पुलिस ने करीब 40 किमी दूर तक पीछा कर आरोपी को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी की तलाशी ली तो उसके पास से एक पिस्टल और 5 जिंदा कारतुस बरामद किए गए और बिना नम्बर की मोटर साइकल भी बरामद की गई। पुछताछ में आरोपी ने पिस्टल और जिंदा कारतुस अपने भतीजे रोशन खां पिता बुगदाद शाह पठान निवासी परवलिया से लेना बताया।
ढोढर चौकी प्रभारी पर चलाई थी गोली
एएसपी गोपाल खांडेल ने बताया कि रतलाम पुलिस पिछले 20 वर्षो से आरोपी नजीम की तलाश थी। आरोपी ने वर्ष 1996 में रिंगनोद थाने की ढोढर चौकी प्रभारी आर.सी.भाखर पर गोली चलाकर जानलेवा हमला किया था। इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन जमानत मिलने के बाद से फरार था। न्यायलय द्वारा भी उसके खिलाफ स्थाई वांरट जारी किया गया था। पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी।
नकली नाम से बनवा लिया आधार कार्ड
पुलिस के अनुसार आरोपी नजीम नाम बदलकर सरवर खान पिता मिरफजल खान के नाम से अखेपुर में रह रहा था। उसने इस नाम से वहां आधार कार्ड भी बनवा लिया था। पुलिस ने उसके पास से फर्जी नाम वाला आधार कार्ड भी बरामद किया है जो उसने अपने किसी रिश्तेदार की मदद से बनवाया है। पुलिस इस सबंध में भी पड़ताल कर रही है।
यूपी और गुजरात में मादक पदार्थो की तस्करी के है प्रकरण
पुलिस के अनुसार आरोपी नजीम के आपराधिक रेकार्ड की भी पड़ताल चल रही है। अभी तक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार आरोपी को वर्ष 1995 में लखनउ सेन्ट्रल ब्युरो आफ नारकोटिक्स ने 53 किलोग्राम स्मैक के साथ पकड़ा था, वहीं वर्ष 1997 में वाराणसी सेन्ट्रल ब्यूरो आफ नारकोटिक्स ने 4 किलोग्राम मार्फिन के साथ गिरफ्तार किया था। सेन्ट्रल ब्यूरो आफ नारकोटिक्स अहमदाबाद ने वर्ष 2003 में आरोपी को 2 किलो ब्राउन शुगर के साथ गिरफ्तार किया था। पुलिस के अनुसार यहां से भी आरोपी जमानत मिलने के बाद से फरार है। संबधित विभाग को रतलाम पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी की सूचना दे दी है।
बेटा पिस्टल के साथ पकड़ाया था
पुलिस के अनुसार आरोपी नजीम के बेटा मोहसीन दो माह पूर्व पिस्टलो ंके साथ गिरफ्तार किया जा चुका है। रिंगनोद पुलिस ने उसे पिस्टल की खरीद फरोख्त में मामले में गिरफ्तार किया था।
पुलिस टीम को मिला पुरस्कार
एसपी अमितसिंह और एएसपी गोपाल खांडेल के निर्देशन में जावरा ग्रामीण एसडीओपी डी.आर.माले के मागदर्शन में गठित टीम ने आरोपी को गिरफ्तार करने की कार्रवाई की। इसमें रिंगनोद थाना प्रभारी माधवसिंह ठाकुर, एसआई अमितसिंह कुशवाह, एएसआई जितेन्द्र चौहान, प्रधान आरक्षक कोदरसिंह, आरक्षक कमलेश पांडे, संजय आंजना, नरेन्द्रसिंह सिसौदिया. दिनेश पंडया, ललितसिंह जगावत, अर्जुनसिंह बारिया, साइबर सेल के आरक्षक रितेश. मनमोहन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। एसपी अमित सिंह ने टीम को 5 हजार का पुरस्कार देने की घोषणा की है।