पीपल्स अलायंस के अध्यक्ष बने फारूक अब्दुल्ला, कहा- जम्मू-कश्मीर के लोगों को वापस दिलना है अधिकार, यह राष्ट्रद्रोही जमात नहीं
श्रीनगर,24 अक्टूबर(इ खबर टुडे )। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के आवास पर शनिवार को गुपकर डिक्लरेशन के लिए पीपल्स अलायंस की बैठक हुई, जिसमें नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला भी शामिल हुए। इस दौरान फारूक अब्दुल्ला को पीपल्स अलायंस का अध्यक्ष चुना गया तो महबूबा मुफ्ती उपाध्यक्ष होंगी। बैठक के बाद फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि संगठन का लक्ष्य जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को उनका हक वापस दिलाना है।
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ”यह राष्ट्रद्रोही जमात नहीं है। हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को उनका अधिकार वापस मिले। धर्म के नाम पर हमें बांटने की कोशिश विफल होगी। यह धार्मिक लड़ाई नहीं है।” जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने और राज्य के पुनर्गठन के विरोध में बने इस संगठन के नेता गठबंधन की घोषणा के बाद पहली बार महबूबा मुफ्ती के घर पर मिले और उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पुराने झंडे को अपना सिंबल बनाया।
सज्जाद लोन ने बैठक में हुए फैसलों की जानकारी देते हुए कहा, ”फारूक अब्दुल्ला को पीपल्स अलायंस के अध्यक्ष होंगे और महबूबा मुफ्ती उपाध्यक्ष होंगी।” सीपीएम नेता मोहम्मद युसूफ तारीगामी को अलायंस का संयोजक बनाया गया है तो पीपल्स कांफ्रेंस के सज्जाद लोन को प्रवक्ता बनाया गया है।
सज्जाद लोन ने कहा कि गठबंधन एक महीने के भीतर जम्मू-कश्मीर प्रशासन पर श्वेत पत्र जारी करेगा। उन्होंने कहा कि श्वेत पत्र बयानबाजी नहीं होगी। यह तथ्यों और आकंड़ों पर आधारित होगा, जो जम्मू-कश्मीर के लोगों की सच्चाई देश के सामने रखेगा। ऐसी धारणा बनाई जा रही है कि सारा भ्रष्टाचार केवल जम्मू-कश्मीर में ही हुआ। अलायंस ने पखवाड़े बाद अगली बैठक जम्मू में आयोजित करने का करने का फैसला किया।