पति की मार से बचकर भागी महिला बेटी की जान गवां बैठी
उज्जैन,13 अगस्त(इ खबरटुडे)।शनिवार सुबह हाथों में 23 दिन की मृत बच्ची को लेकर एक महिला रेलवे स्टेशन पर बेबस सी बिलखती नजर आई। जिसे देखकर आॅटो चालकों ने उसे समाजसेवी अनिल डागर के घर पहुंचा दिया जहां से महिला महाकाल थाने पहुंची। यहां पहुंची तो जो कहानी उस महिला ने सुनाई उसने सभी को झकझोर दिया।
उक्त महिला 23 दिन पहले पैदा हुई जुड़वा बेटी में से एक को अस्पताल में ही खो चुकी थी और शराबी पति से प्रताड़ित होकर भागने में उसकी दूसरी बेटी भी भूख प्यास से तड़प कर मौत के मुंह में समा गई।
खुरई की पूजा साहू उम्र 32 साल के अनुसार उसने 8 वर्ष पूर्व अपने पति को छोड़कर कल्लू सेन के साथ प्रेम विवाह कर लिया था। पूजा के अनुसार कल्लू ने उसके साथ धोखा दिया और वह उसे प्रताड़ित करने लगा था। खुरई से भागकर वे इंदौर आ गए और यहां रहने लगे जहां पर कल्लू उसे रूपये लेकर दूसरों के साथ संबंध बनाने के लिए दबाव बनाने लगा था बात नहीं मानने पर उसके साथ मारपीट करता था।
महिला 4-5 दिन भूखी प्यासी रही, इसका असर उसकी बच्ची पर भी पड़ा
24 दिन पहले इंदौर के एमवाय में पूजा ने दो जुड़वा बेटियों को जन्म दिया इनमें से एक की पैदा होने के कुछ समय बाद ही मौत हो गई। दूसरी बच्ची को लेकर पूजा घर आ गई। लेकिन यहां कल्लू फिर ऐसी हालत में ही पर पुरूषों से संबंध बनाने के लिए मजबूर करने लगा और नहीं मानने पर उसके साथ मारपीट करने लगा। परेशान होकर पूजा घर से भागकर ट्रेन में बैठ गई और मथुरा पहुंच गई। यहां 4-5 दिन भूखी प्यासी रही। इसका असर उसकी बच्ची पर भी पड़ा। मथुरा से वह उज्जैन की ट्रेन में बैठी तो शनिवार अलसुबह दूसरी बेटी भी मौत के मुंह में समा गई। उज्जैन रेलवे स्टेशन पर मृत बच्ची के साथ पहुंची जहां उसे रोती बिलखती देख लावारिस लाशों के अंतिम संस्कार हेतु आॅटो चालक अनिल डागर के पास ले आए। डागर पूजा को लेकर महाकाल थाने पहुंचे जहां पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में ले लिया है।