नीमच में दो पक्ष आमने-सामने, खुलकर हथियारों का प्रयोग, 10 घायल
डीआईजी ने लिया हालात का जायजा- हिन्दू संगठनों ने एसपी-सीएसपी को हटाने की मांग की
नीमच 4 अप्रैल (इ खबरटुडे) । पुजारी के खिलाफ दर्ज किए गए हत्या के मामले में विरोध करते हुए हिन्दू संगठनों द्वारा मंगलवार को किए गए बंद के आह्वान के दौरान बघाना क्षेत्र में दो पक्षों में विवाद की स्थिति निर्मित हो गई । इस दौरान जमकर हथियारों का प्रयोग हुआ और दस लोग घायल हो गए । इसके बाद प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी । इस घटना के बाद प्रशासन के ढिले रवैये को लेकर हिन्दू संगठनों में रोष व्याप्त हो गया । देर शाम डीआईजी श्री मयंक जैन नीमच आए और प्रशासनिक अधिकारियों एवं संगठन के नेताओं से चर्चा की । इसके बाद एक एएसआई को लाईन हाजिर कर दिया गया । मामले की जानकारी से मुख्यमंत्री को भी अवगत करवाया गया, हिन्दू संगठन के पदाधिकारियों ने एसपी एवं सीएसपी के भी तबादले की मांग की है।
विवाद की शुरुआत उस समय हुई जब मंगलवार सुबह हिन्दू संगठन के पदाधिकारी बंद के दौरान बघाना क्षेत्र में पहुंचे । यहां एक टेलर की दुकान बंद कराने को लेकर सामने वाले पक्ष से इनकी बहस हो गई । इसके कुछ देर बाद अधिक संख्या में लोग यहां पहुंचे, लेकिन तभी घात लगाए बैठे कतिपय तत्वों ने पथराव कर दिया और तलवार लेकर सामने आ गए । इस दौरान कुल 10 लोग घायल हो गए । दो गंभीर घायलों को उदयपुर रेफर किया गया । इसके बाद बघाना में कर्फ्यू जैसे हालात बन गए और भारी पुलिस बल तेनात कर दिया गया । उज्जैन और मंदसौर से भी पुलिस बल बुलाया गया । जब यहां कुछ भाजपा नेताओं ने पुलिस से चर्चा करना चाही तो पुलिस ने भीड़ को तीतर-बीतर करने के लिए लाठी चार्ज कर दिया । लाठीचार्ज में पूर्व विधायक श्री दिलीपसिंह परिहार सहित अन्य लोगों को चोट आई । इस घटना से माहौल और खराब हो गया । भाजपा और हिन्दू संगठनों ने अनिश्चितकालीन बंद की चेतावनी दी है । शाम के समय कलेक्ट्रेट के सामने एक आटो रिक्शा को भी आग लगा दी गई ।
देर शाम डीआईजी मयंक जैन भी नीमच आए । उन्होंने इस बारे में पदाधिकारियों से चर्चा की । उन्होंने बघाना थाने में पदस्थ एएसआई रऊफ खान को लाईन हाजिर कर दिया । संगठन के नेताओं ने एसपी एवं सीएसपी का भी विरोध करते हुए उन पर भी कार्रवाई की बात कही । डीआईजी श्री जैन ने घटनाक्रम की जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया । हालांकि हिंदू संगठन के पदाधिकारी अपनी मांगोंको लेकर फोर जीरो पर धरने पर बैठे रहे । हिन्दू संगठन इस मांग पर अड़े हैं कि पुजारी पर दर्ज मामला वापिस लिया जाए । महिलाओं से मारपीट करने वाले लोगों पर कार्रवाई हो और एसपी-सीएसपी निलंबित हों । कलेक्टर श्री लोकेश जाटव ने पूरे मामले को लेकर कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और उनके पास पर्याप्त पुलिस बल है । अतिरिक्ति पुलिस अधीक्षक मनीष अग्रवाल ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है और आरोपियों की सूची तैयार की जा रही है ।
उल्लेखनीय है कि जिस पूरे मामले को लेकर यह हंगामा हो रहा है वह 12 मार्च का है । जिसमें मंदिर में एक व्यक्ति को निर्वस्त्र प्रवेश करने पर पुजारी ने रोका था । बाद में इस व्यक्ति का शव बरामद हुआ था । इस मामले में पुलिस ने फौरी जांच के बाद ही पुजारी को हत्या का आरोपी बना दिया था । इस बात से नाराज हिंदूसंगठनों ने पुलिस के खिलाफ रैली निकाली और पुजारी पर दर्ज प्रकरण वापस लेने की मांग की थी ।