दो हजार के नकली नोट बनाने वाले गिरोह का पर्दा फास, 8 लाख रुपए के नकली नोट बरामद
उज्जैन 03 जनवरी (इ खबरटुडे)।उज्जैन पुलिस ने दो हजार के नकली नोट बनाने वाले गिरोह का पर्दा फास किया है | गिरोह के सदस्य दो हजार रुपए के नकली नोट मार्किट में चलाते भी थे |पुलिस ने नोट चलाते हुए गिरोह के सदस्यों को रंगे हाथो धरदबोचा | वहीँ मामले में पुलिस ने कम्प्यूटर , प्रिंटर , स्केनर सहित 8 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए है|गिरोह के चार सदस्य भी गिरफ्तार किए गए है |उज्जैन की महाकाल थाना पुलिस को उस समय एक बड़ी सफलता मिली जब पुलिस ने दो लोगो को नकली नोट चलाते हुए रंगे हाथो गिरफ्तार किया | पुलिस को मुखबिर से सुचना मिली की दो नाबालिक नकली नोट चलाने के लिए पेट्रोल पम्प पर पहुंचे है | पुलिस ने मोके पर पहुँच कर दोनों नाबालिक को गिरफ्तार किया जिनके पास से दो हजार के दो नकली नोट बरामद हुए | पुलिस की पूछताछ में दोनों नाबालिक ने एक अन्य सूरज नाम के आरोपी द्वारा रुपए देने की बात स्वीकारी | वहीँ पुलिस ने जब सूरज को गिरफ्तार किया तो उसने नोट बनाने से लेकर चलाने तक के अन्य आरोपियों के बारे में खुलासा किया | मामले में अब तक चार आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके है जिनमे सूरज नामदेव , उदय जैन और दो नाबालिक शामिल है | गिरोह का मुख्य सरगना ललित तिवारी सहित मयंक मोड़ और कमलेश राठोर अभी फरार है | पुलिस ने आरोपियों के पास से एक प्रिंटर , एक स्केनर , एक मानिटर , एक सीपीयू ,की बोर्ड , नोट छापने में प्रयुक्त कागज , कटर सहित 8 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए है
किसी का कम्प्यूटर किसी का प्रिंटर
आरोपियो ने नकली नोट बनाने के लिए पूरा गिरोह ही बना लिया था । इसमे से किसी ने कंम्प्यूटर लाकर दिया था तो किसी का प्रिंटर था । यहां तक कि आरोपियों के पास नोट प्रिंट करने के लिए प्रिंटर काट्रेज खरीदने के पैसे भी नहीं थे, वह भी उधारी में ली थी । नोट प्रिंट करने के बद उनकी कटाई के लिए कटर अन्य आरोपी लेकर आया । टीआई अजीत तिवारी के मुताबिक आरोपियों ने काट्रेज उधारी में ली थी।
एक आरोपी भाजपा पार्षद का भतीजा
इस पूरे प्रकरण के सभी आरोपी युवा है। इनके साथ ही एक आरोपी नाबालिग है पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफतार किया है इनमें एक नाबालिग होने से उसे प्रेस के सामने भी नहीं लाया गया ना ही उसके नाम का खुलासा किया गया । सरगना ललित तिवारी भाजपा पार्षद आरती जीवन गुरू का रिश्तेदार है।
फरार आरोपी चला सकते हैं नकली नोट
थाना प्रभारी अजीत तिवारी के मुताबिक सरगना ललित , मयंक एवं कमलेश फरार हैं इनके पास दो हजार के नकली नोट होने से ये उसका उपयोग करेंगे । ललित एवं मयंक का इंदौर काफी आना जाना रहा है संभावना है कि इंदौर में भी इन्होने नोट चलाए हों । फरारी के दौरान भी वे नकली नोटो का उपयोग करें ।
पहली बार में ही पकडे गए
एसपी एमएस वर्मा के अनुसार पकडाए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे पहली बार नोट चलाने गए थे उसी में पकडे गए ,उन्होने एक माह पूर्व ही इसकी शुरूवात की थी । आरोपियों ने बताया कि दो हजार का नया नोट बाजार में हाल ही में आया और लोग इसके बारे में ज्यादा जानते भी नहीं हैं इसी बात का ख्याल रखकर आरोपियों ने इसकी शुरूवात कर दी ।
आरोपी मयंक तकनीक का जानकार
आरोपी सूरज ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि आरोपी मयंक स्केनिग की तकनीक का जानकार है वह पूर्व में सुरत में कम्प्यूटर फोटो एडिटिंग व डिजाईनिंग का कार्य करता था । वर्तमान में मयंक फ्रीगंज की सुपर कलर लेब पर काम कर रहा था । एसपी के अनुसार उसके पास विशेष साप्टवेयर होने से वह नोट का नंबर बदल देता था ।
नोट जलाने से खुला मामला
सूत्रों के अनुसार मामले का खुलासा ढेर सारे प्रिंट किए गए एक ही नंबर के नोटों को जलाने ओर उनके अंश के सामने आने से हुआ है। यहीं से मुखबीर आरोपियों के पीछे लग गए । बाद में चंदुखेडी के पेट्रोल पंप पर आरोपी शुभम एवं नाबालिग नकली नोट चलाते पकडे गए और दोनों ने पूरी गैंग का खुलासा किया ।शुभम को नोट सूरज ने चलाने के लिए दिया था । नोट जलाने के मामले को लेकर एसपी ने प्रश्न का जवाब देते हुए बताया कि नोट जलाने की उन्होने कोशिश की है उसी बात ने हमें उनके करीब पहुंचाया।