देना बैंक ने लिया एक बाघ और दो तेंदुओं को गोद
भोपाल,06 अक्टूबर(इ खबरटुडे)।वन्य-प्राणी सप्ताह के दौरान पर्यावरण और वन्य-प्राणियों के संरक्षण के प्रति प्रेम को दर्शाने के लिये देना बैंक अंचल कार्यालय भोपाल ने वन विहार राष्ट्रीय उद्यान के बाघ ‘पन्ना’ और तेंदुआ जोड़ा ”नीमू-खुशी” को आज एक वर्ष के लिये गोद लिया।
वन्य-प्राणी अंगीकरण योजना में आज बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक राज आनंद रमन ने वन विहार के संचालक डॉ. अतुल श्रीवास्तव को गोद लिये गये वन्य-प्राणियों के लिये 40 हजार रुपये का चेक सौंपा। डॉ. श्रीवास्तव ने श्री रमन को वन्य-प्राणियों के अंगीकरण संबंधी प्रमाण-पत्र दिया।
इसके पूर्व 28 जून, 2016 को बैंक ऑफ बड़ौदा ने वन विहार की बाघिन रिद्धि को और 13 मई, 2016 को स्टेट बैंक ने बाघिन गौरी और बाघ कान्हा को गोद लिया था। वन विहार में वन्य-प्राणियों को गोद लेने की योजना एक जनवरी, 2009 को लोगों में वन्य-प्राणी संरक्षण के प्रति सदभावना उत्पन्न करने के उद्देश्य से प्रारंभ की गयी थी। इसमें कोई भी व्यक्ति या संस्था वन विहार की सूची में शामिल वन्य-प्राणी को मासिक, त्रैमासिक, अर्द्ध-वार्षिक आधार पर गोद ले सकता है। इसके लिये उन्हें मध्यप्रदेश टाइगर फाउण्डेशन सोसायटी के नाम से भोपाल में देय चेक या बैंक ड्रॉफ्ट के माध्यम से राशि जमा कर निर्धारित प्रारूप में आवेदन करना होता है।
गोद लेने के लिये भुगतान की गयी राशि आय कर से छूट के दायरे में आती है। पार्क द्वारा प्रति सप्ताह अधिकतम 6 सदस्य को एक वाहन के साथ नि:शुल्क प्रवेश की सुविधा दी जाती है और संबंधित के नाम की पट्टिका गोद लिये गये वन्य-प्राणी के बाड़े के सामने लगायी जाती है। योजना में अब तक 62 वन्य-प्राणियों को गोद लिया जा चुका है, जिससे वन विहार को 50 लाख 69 हजार 380 रुपये की आय हो चुकी है।