जनपद पंचायत बाजना के ग्राम घोड़ाखेड़ा में कलेक्टर ने किया जन संवाद
रतलाम ,18 अगस्त (इ खबर टुडे )।कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल जन संवाद कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद पंचायत बाजना के ग्राम घोड़ाखेड़ा में विभागीय अधिकारियों के साथ पहुॅची। ग्राम में विभागीय कार्यक्रमांे, योजनाओं आदि की प्रगति की समीक्षा के साथ जन सामान्य से दो तरफा चर्चा की।
कलेक्टर ने ग्रामीणों से सीधा संवाद कर उनकी समस्याऐं जानी और उनका निराकरण किया। कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों की बैठक में कार्यक्रमों की प्रगति की गहन समीक्षा की और स्वच्छ भारत अभियान सहित योजनाओं में गति लाने के निर्देश दिये।
सातवी के बच्चें धारा प्रवाह नहीं पढ़ सकें
कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने माध्यमिक विद्यालय घोड़ाखेड़ा के कक्षा 7वीं के बच्चों से हिन्दी में सामाजिक विज्ञान का अध्याय पढ़ने को कहां किन्तु बच्चे धारा प्रवाह नहीं पढ़ सकें। वहा उपस्थित शिक्षकों ने बताया कि विद्यालय में 165 बच्चे अध्ययनरत हैं जबकि केवल एक शिक्षक की पदस्थापना है। वहा नांदी फाउडेशन के प्रतिनिधि कक्षा 8वीं के बच्चों को टेबलेट द्वारा पढ़ाते पाये गये। कलेक्टर ने बच्चों से टेबलेट ऑपरेट कराकर देखे और जिला शिक्षा अधिकारी को नियमानुसार स्टाफ की कमी पूरा करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने विद्यालय में बन रहे मध्यान्ह भोजन का किचन में जाकर निरीक्षण किया। भोजन में दाल-रोटी के साथ सब्जी बनाने तथा भोजन का मेनू किचन के बाहर चस्पा करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने मामले में विकासखण्ड शिक्षा स्त्रोत समन्वयक को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिये।
पंचायत में किया जन संवाद
ग्रामीणों ने खुल कर रखी समस्याऐं
जिले के विभिन्न विभागीय अधिकारियों ने विभाग से संबंधित योजनाआंे और कार्यक्रमों की जानकारी दी तथा ग्रामवासियों से योजनाओं में आने वाली समस्याओं की वास्तविक स्थिति की पड़ताल की। ग्राम के नागरिक ने बताया कि ‘‘हेण्डपम्प हलाड़ी-हलाड़ी ने थाकी जाये पर पानी बे कोनी’’ नागरिक ने बताया कि ग्राम में कुल 11 हेण्डपम्प है जिनमें से रायसिंग के खेत वाला हेण्डपम्प खराब है शेष 10 हेण्डपम्प चल रहे हैं। कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के.पी.वर्मा को हेण्डपम्प सुधरवाने के निर्देश दिये। ग्राम में बिजली की समस्या के बारे में नागरिकों ने बताया कि उनका विद्युत बिल पहले 30 से 40 रूपये आता था जो कि वर्तमान में 70 रूपये प्रतिमाह आ रहा है। विद्युत विभाग के अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में बीपीएल कार्डधारी परिवारों को लगभग 42 युनिट का बिल प्रतिमाह दिया जा रहा है। जो कि लगभग 210 रूपये है किन्तु शासकीय नियमानुसार सबसीडी हटाने पर औसत बिल 120 से 130 रूपये लगभग का भेजा जा रहा है।
ग्रामवासियों ने बताया कि ग्राम में पानी की समस्या के चलते एक ही फसल ले पा रहे है। उप संचालक कृषि ने बताया कि ग्रामवासियों को शासकीय योजना अनुसार स्प्रिंग्लर (फव्वारा पद्धति) द्वारा खेती करना चाहिए। इसमें कम पानी में अधिक फसल प्राप्त की जा सकती है। कलेक्टर ने ग्रामवासियों से अव्हान किया कि ग्रामवासी मिस्त्री के काम का प्रशिक्षण प्राप्त करें तथा ग्राम में आगामी समय में प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ शौचालय निर्माण जैसे कार्यो में मिस्त्री का काम कर लगभग चार सौ रूपये प्रतिदिन के मान से कमायी कर सकते है। काम सिखने के अलावा ग्रामवासियों को मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अंतर्गत ऋण प्रदान कर सेन्ट्रिग द्वारा अच्छी आय अर्जित की जा सकती है।
कलेक्टर ने ग्रामवासियों से कहा कि विद्यार्थियों के माता-पिता को भी बच्चों की शिक्षा पर ध्यान देना चाहिए। इस पर ग्रामवासियांे ने बताया कि वे स्वयं अनपढ़ है। इसलिये वे अपने बच्चों को कैसे पढ़ा सकते है। कलेक्टर ने गॉव के प्रौढ़ शिक्षा प्रेरक को तत्काल हटाने के निर्देश दिये तथा कहा कि पढ़ने की कोई उम्र नहीं होती इसलिये बच्चों के माता-पिता भी शिक्षा प्राप्त करें।
कितने लोग कर रहे खुले में शौच
ग्रामवासियों ने बताया कि गॉव में कुल 543 परिवार है जिनमें 192 परिवारों में ही शौचालय बने हुए है जबकि अन्य लोग खुले में शौच करते है। कलेक्टर ने ग्रामवासियों से अनुरोध किया कि खुले में शौच करना अपमान जनक तो हैं ही, साथ ही महिलाओं की सामाजिक मान मर्यादा की सुरक्षा पर बड़ा खतरा है। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि ग्राम में होने वाली महामारियों, उल्टी, दस्त आदि के लिये भी खुले में शौच करने की आदत ही जिम्मेदार है। खुले में शौच करने से शौच में निकलने वाली गंदगी, कीटाणु एवं रोगाणु, पीने के पानी का संग्रहण करने वाले स्थानों जैसे कुएं आदि में मिल जाते हैं और इसके संक्रमण से बड़ी संख्या में ग्रामवासियों को गम्भीर जानलेवा दस्त, उल्टी जैसी बिमारियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामवासियों ने कलेक्टर को आश्वस्त किया कि वे अपने घरों मंे शौचालय बनवाने को तैयार हैं। ग्रामवासियों के द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के लिये शौचालय बनवाने संबंधी शपथ ली गई।
विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक
ज्ञान न बॉटे, बल्कि काम करे विभागीय अधिकारी – कलेक्टर
कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने विभागीय अधिकारियों की बैठक के दौरान क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यो पर नाराजगी जाहिर की। कलेक्टर ने विकासखण्ड के खाद्य अधिकारी से पुछा कि ऐसे कितने परिवार हैं जिनके पीएसव्हाय आधार कार्ड नम्बर शत प्रतिशत बोगस (गलत) बने हुए है। ऐसे कितने परिवार हैं जो पिछले चार माह से राशन लेने नहीं आये है। ग्रामों में अनुसूचित जाति, जनजाति के लोगों की कुल संख्या कुल जनसंख्या से अधिक तो नहीं है। अन्त्योदय परिवार में एक ही सदस्य वाले कितने परिवार है। इन प्रश्नों के जवाब में संबंधित अधिकारी नागेश दाहिमा ने जानकारी देने में असमर्थतता जाहिर की। इस पर कलेक्टर ने घोर नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारी को कारण बताओं सूचना पत्र जारी करने के निर्देश दिये। उन्होने मौके पर ही जिला खाद्य अधिकारी श्री जांगड़े को चर्चा कर निर्देशित किया कि वे तत्काल बाजना पहुॅचकर पुछी हुई जानकारी की पूरी स्थिति से अवगत हो तथा प्रातः 11 बजे तक जानकारी कार्यालय में प्रस्तुत की जाये।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को कलेक्टर द्वारा पूर्व दौरे के समय पानी की जीर्णशीर्ण टंकी हटाने के निर्देश दिये थे किन्तु अब तक कार्य में प्रगति न होने पर कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की तथा कार्य पूरा करने के लिये एसडीएम अनिल भाना तथा ई.ई.पी.एच.ई. को तीन दिवस का समय दिया।
महिला बाल विकास विभाग की समीक्षा के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी अंकिता पण्ड्या ने बताया कि 11 आंगनवाड़ी में पदों की भर्ती की गई हैं तथा शेष तीन रिक्त पदों पर भर्ती की कार्यवाही प्रचलन में है। विकासखण्ड बाजना के सीडीपीओ द्वारा शत प्रतिशत लाड़ली लक्ष्मी योजना के ई-सर्टिफिकेट जनरेट नहीं होने पर कलेक्टर ने संबंधिी सीडीपीओ को कारण बताओं सूचना पत्र देने के निर्देश दिये है। कलेक्टर ने कहा कि विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी तथा विकास खण्ड स्त्रोत समन्वयक सीडीपीओ के साथ बैठ कर समन्वय करें तथा कक्षा 6टीं की बालिका विद्यार्थियों की स्थिति अनुसार लाड़ली लक्ष्मी योजना की राशि प्रदान करने की कार्यवाही करे। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने मिशन कायकल्प की कार्ययोजना अनुसार अस्पताल की समीक्षा करने के लिये एसडीएम अनिल भाना को निर्देशित किया तथा क्षेत्र में स्वाईन फ्लु, डेंगू, मलेरिया, उल्टी, दस्त आदि की स्थिति पर सतत निगरानी रखने एवं सचेत रहने के लिये भी निर्देशित किया। पशु चिकित्सा अधिकारी को ग्रामीण क्षेत्रों में शिविर लगाकर टीकाकरण करने तथा पशुओं का समुचित उपचार करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने सांसद निधि, विधायक निधि, जनभागीदारी, आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा जारी राशि से चल रहे निर्माण कार्यो की धीमी प्रगति पर संबंधित सब इंजिनियरों की क्लॉस ली। कलेक्टर ने दो टूक शब्दों में कहा कि समय पर प्रगति न होने की दशा में आपके विरूद्ध निलम्बन की कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर ने निर्माण कार्यो में तेजी लाने के लिये आवश्यक संसाधनों जैसे रोलर, मिक्शिंग, बालू, सीमेंट, तराफे, टूवीन पीट तथा अन्य सामग्री की सूची तैयार करने तथा निर्माण कार्य करने के लिये मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को निर्देशित किया। कलेक्टर ने कहा कि शौचालय निर्माण के लिये आवेदकों को शासकीय नियमानुसार राशि जारी करने, प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत शौचालय निर्माण आदि का कार्य शीघ्र पूर्ण करें।
पहले पंचायत को खुले में शौच से मुक्त कराये, फिर रखे समस्या
ग्राम झरनिया के सरपंच ने ग्रामवासियों की बिजली संबंधी समस्या के लिये गुहार लगाई। कलेक्टर ने सरपंच से पुछा कि अब तक आपके गॉव में कितने लोगों के यहां शौचालय नहीं है। सरपंच ने बताया कि ग्राम में लगभग आधे परिवारांे के यहां शौचालय नहीं है। कलेक्टर ने कहा कि आप समस्या रखने के पूर्व अपने ग्राम में शौचालय बनवाने का विश्वास दिलाये तभी आपकी समस्या पर कार्यवाही की जायेगी। ग्रामवासियों ने बताया कि ग्राम में वोल्टेज कम आ रहा हैं जिसके कारण पम्प आदि नहीं चल रहे है। इसके अतिरिक्त ग्राम में प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर विद्युत विभाग के कर्मचारियों के द्वारा तीन-तीन सौ रूपये की मांग की जा रही है। इस पर कलेक्टर ने प्रभारी अधिकारी विद्युत विभाग को संबंधित मामले की जॉच कर जिम्मेदार कर्मचारी पर दण्डात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
ग्राम पंचायत भूरीघाटी, तलाई खेड़ा के नागरिकों ने बताया कि उनके गॉव में खम्बे हैं, तार भी लगें हैं किन्तु उनमें विद्युत प्रवाह नहीं है और विद्युत विभाग द्वारा ग्रामवासियों को बिल सौप दिये गये। कलेक्टर ने प्रभारी अधिकारी विद्युत विभाग को मौका मुआयना कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
उन्नत किसान से की चर्चा
कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने नायन रोड़ पर खेती कर रहे किसान कुतुबुद्दीन के खेत में जाकर उनके द्वारा जामफल एवं पपीता की स्थिति जानी। उन्होने होने वाली उपज की मार्केटिंग के साथ अधिक लाभ कमाने संबंधी चर्चा की।