जगदलपुर में PM मोदी बोले- जिन्होंने पत्रकार को मारा, उन्हें क्रांतिकारी बताती है कांग्रेस
जगदलपुर,09 नवंबर (इ खबरटुडे)। छत्तीगसढ़ में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों के लिए सभी दलों ने प्रचार में पूरी ताकत लगा दी है. भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को जगदलपुर में रैली को संबोधित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत छत्तीसगढ़ी भाषा में की.
PM ने कहा कि भाईदूज के त्योहार के दिन मैं आपसे कुछ मांगने आया हूं. अब तक देश में जितने भी प्रधानमंत्री हुए हैं, उनसे ज्यादा बार मैं अकेला बस्तर आया हूं. जब भी आया हूं खाली हाथ नहीं आया हूं.
PM मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों का कारोबार तेरा-मेरा का था, मैं आज अपनी जिम्मेदारी अदा करने आया हूं. जिम्मेदारी के तहत यहां के लोगों की कठिनाइयों को दूर करना है. प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारें मेरे-तेरे के खेल में उलझी रहीं, लेकिन हमारा मकसद सबका साथ सबका विकास है. छत्तीसगढ़ का विकास देख लोगों को आश्चर्य होता है.
‘अर्बन नक्सलियों के समर्थन में बोलती है कांग्रेस’
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की सरकारें कहती थीं कि नक्सलियों की वजह से यहां का विकास नहीं हो रहा है. लेकिन हमारी सरकार ने सभी मुश्किलों का सामना कर विकास किया. जो अर्बन माओवादी हैं वो शहरों में एसी में रहते हैं और उनके बच्चे विदेशों में पढ़ते हैं, लेकिन वहां बैठे-बैठे आदिवासी बच्चों की जिंदगी बर्बाद करने का काम करते हैं. कांग्रेस पार्टी अर्बन माओवादियों के पक्ष में खड़ी होती है, नक्सलवाद को मुद्दा बनाकर कांग्रेस वोटों की खेती कर रही है.
‘बस्तर में कोई और ना आ पाए’
प्रधानमंत्री ने कहा कि बस्तर की हर सीट पर कमल खिलना चाहिए, अगर और कोई आ गया तो बस्तर के सपनों में दाग लगा देंगे. हमें अटल जी के सपनों को पूरा करना है, इसलिए हम बार-बार छत्तीसगढ़ में आए हैं. छत्तीसगढ़ अब 18 साल का हो रहा है, इसलिए हम इसके सपनों को पूरा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के विकास के लिए केंद्र की सरकार और राज्य की रमन सिंह सरकार लगातार कार्य कर रही है.
‘छत्तीसगढ़ का विकास रोकती थी यूपीए सरकार’
जब छत्तीसगढ़ बना तो शुरुआत में कांग्रेस की सरकार बनी, इन्होंने शुरू में ही इसके साथ गलत कर दिया. लेकिन कुछ ही समय में लोगों ने समझदारी की और भारतीय जनता पार्टी को चुना. BJP की सरकार ने 15 साल तक छत्तीसगढ़ के विकास के लिए खून-पसीना बहाया है. PM बोले कि जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी, तो रमन सिंह सरकार की मदद नहीं करती थी. दिल्ली की सरकार छत्तीसगढ़ के सारे काम को अटकाना चाहती थी.
‘2014 के बाद मिला विकास का डबल इंजन’
पीएम मोदी बोले कि 2014 के बाद से छत्तीसगढ़ के विकास को डबल इंजन मिला, एक दिल्ली का इंजन और रायपुर का इंजन. हमारी सरकार ने छत्तीसगढ़ के 9000 गांवों को सड़कों से रोक दिया, राज्य में नेशनल हाइवे का नया जाल बना दिया गया है. कांग्रेस हमेशा दलित-पीड़ितों को वोटबैंक के रूप में देखती है, कभी इंसान के रूप में नहीं देखती है. अटल जी की सरकार ने पहली बार आदिवासियों के लिए अलग से मंत्रालय बनाया था.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आदिवासियों की वेशभूषा, उनके रहने-सहने का मजाक उड़ाती है. जब मुझे आदिवासियों ने पगड़ी पहनाई, तो कांग्रेस ने उसका मजाक उड़ाया. तभी से पूर्वोत्तर के आदिवासी कांग्रेस से नाराज हैं, अब कांग्रेस वाले ऐसा कुछ बोलने की हिम्मत नहीं करते. एक समय पर कांग्रेस ने आदिवासियों को गोलियों से भून दिया था.
पत्रकार की हत्या की निंदा
प्रधानमंत्री बोले कि नक्सलियों ने एक पत्रकार को मार दिया, वो तो सिर्फ यहां अपना काम करने आया था. लेकिन कांग्रेस पार्टी इन नक्सलियों को क्रांतिकारी कहती है, जिन्होंने निर्दोष को मार दिया वो इन्हें क्रांतिकारी लग रहे हैं. जो लोग लोकतंत्र को खत्म करना चाहते हैं, अधिक मतदान कर उन्हें करारा जवाब दीजिए. बम-बंदूक के रास्ते से समस्याओं के समाधान नहीं होते हैं.
पहले चरण में इन सीटों पर होगा चुनाव
छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव में दो चरणों मे मतदान होगा. पहले चरण में इस महीने की 12 तारीख को बस्तर क्षेत्र के सात जिले और राजनांदगांव जिले की 18 सीटों अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, बस्तर, जगदलपुर, चित्रकोट, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंटा, राजनांदगांव, डोंगरगढ़, डोंगरगांव, खुज्जी, खैरागढ़ और मोहला-मानपुर पर मतदान होगा. इन सीटों में से 12 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए तथा एक सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है.
रमन सिंह बनाम करुणा शुक्ला
पहले चरण में राजनांदगांव से मुख्यमंत्री रमन सिंह और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला चुनाव मैदान में हैं. वहीं, पहले चरण में रमन मंत्रिमंडल के दो सदस्यों और एक भाजपा सांसद के भाग्य का भी फैसला होना है.
राज्य में भारतीय जनता पार्टी पिछले 15 वर्षों से सत्ता में है और इस बार वह 65 सीटों पर जीत के साथ चौथी बार सरकार बनाने का प्रयास कर रही है. वहीं कांग्रेस इस बार सत्ता में आने का प्रयास कर रही है. राज्य में सरकार बचाने और बनाने के लिए भाजपा और कांग्रेस ने अपनी ताकत झोंक दी है.
इधर, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ (जे) बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में है जिससे कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है. राज्य में वर्ष 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में 90 सीटों में से 49 सीटों पर भाजपा ने और 39 सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी. वहीं एक-एक सीट पर बसपा और निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी.