November 15, 2024

चुनावी चकल्लस-7/ स्टेशन रोड पर बढता मजमा,पंजा पार्टी में प्रचारकों का अभाव, ग्रामीण में क्रान्तिकारी व्यवस्था

रतलाम,20 नवंबर(इ खबरटुडे)। इधर सियासी पारा गरम होता जा रहा है,उधर स्टेशनरोड का मजमा बढता जा रहा है। सडक़ों के जनसम्पर्क के बाद में शाम से लेकर रात तक स्टेशनरोड पर मजमा लगा रहता है। कहने वालों ने तो यह भी कह दिया कि जनसम्पर्क करने की बजाय वे अलग अलग क्षेत्रों के मतदाताओं को स्टेशनरोड ही बुला लेते,तो भी काम चल जाता। दूसरी तरफ त्रिपोलिया गेट पर भीडभाड ना के बराबर है। जो लोग वहां मौजूद भी होते है,एक दूसरे को शंका की निगाहों से देखते है। हर किसी को लगता है कि सामने वाला स्टेशन रोड से कनेक्टेड है। उनका एक दफ्तर दो बत्ती पर भी है। सारे पदाधिकारी इधर ही पाए जाते है। त्रिपोलिया गेट से चलने वाला अभियान पूरी तरह परिवार वालों के हाथ में है। इससे पदाधिकारी नाराज भी है। स्टार प्रचारकों का अभाव भी पंजा पार्टी के लिए समस्या पैदा कर रहा है। पंजा पार्टी के पास ले दे कर तीन प्रचारक है। इनमें से एक,श्रीमंत अपने कोटे की जावरा सीट को सैट करने में व्यस्त है। पीसीसी के नाथ को इधर कोई जानता पहचानता नहीं। अब बचे,हाईकमान। उनके आने का कोई चांस नहीं है। पंजा पार्टी वाले लोकल नेता उपर लिखा पढी कर रहे है कि कोई तो आ जाए। और कोई ना मिले तो पंजाब वाले क्रिकेटर सरदार जी ही सही। लेकिन पंजा पार्टी की तरफ से अब तक कोई कन्फर्मेशन नहीं मिली है। पार्टी के रवैये से दुखी पंजा पार्टी वालों ने अब लोकल नेताओं की ही एक सभा रख ली है। बुधवार को नाहरपुरा चौराहे पर पंजा पार्टी के लोकल नेता,शहर के बाशिन्दों को मनाने समझाने की कोशिश करेंगे।
दूसरी तरफ फूल छाप वालों के पास प्रचारकों की भरमार है। जिले में योगी जी आ चुके है। मोदी जी बगल के झाबुआ में सभा कर गए। भोपाल वाले मामा भी जिले में आने वाले है। यहां शहर में दिल्ली वाले एक मंत्री की सभा तो हो ही चुकी है। इसके बाद फूल छाप के सबसे बडे शाह खुद रतलाम आने वाले है। वो आखरी दिन चुनाव प्रचार का समापन करेंगे।

इसको कहते है जनसम्पर्क

जिले में यूं तो हर चुनावी प्रत्याशी जनसम्पर्क कर रहा है,लेकिन आलोट में पंजा पार्टी प्रत्याशी का जनसम्पर्क कुछ अलग है। आलोट के पंजा पार्टी प्रत्याशी को कम साधनों में केन्द्रीय मंत्री के पुत्र से किला लडाना पड रहा है। पंजा पार्टी के जय वीरु की जोडी के मार्गदर्शन में चुनाव लड रहे आलोट के इस प्रत्याशी ने जनसम्पर्क का नया तरीका ईजाद किया है। आलोट से जनसम्पर्क के लिए निकला यह बन्दा,रात को भी घर नहीं जाता। जिस गांव में रात हो जाती है,वहीं किसी भी ग्रामीण के झोंपडे में रात गुजार लेता है,सुबह गांव के ही हैण्डपंप पर स्नान कर प्रचार के लिए आगे बढ जाता है। दोपहर में जिस घर में भोजन मिल जाए,वहीं भोजन कर लेता है। आलोट के ग्रामीणों को यह अन्दाज बडा पसन्द आ रहा है।

फूल छाप की क्रान्तिकारी व्यवस्था

रतलाम ग्रामीण में फूल छाप के दफ्तर में चाय नाश्ते पर चार लाख खर्च होने की खबरें सामने आने के बाद वहां क्रान्तिकारी व्यवस्था कर दी गई है। फूल छाप वालों ने ग्रामीण सीट के लिए सैलाना वाली मैडम को तैनात किया है। मैडम ने अपने नाम के अनुरुप क्रान्तिकारी व्यवस्था करने हुए चार लोगों की एक कमेटी बना दी है। अब जो भी खर्चा किया जाएगा,यह कमेटी ही फाईनल करेगी। इस क्रान्तिकारी व्यवस्था से ग्रामीण सीट की सर्वेसर्वा बनी हुई जोडी बेहद परेशान है।

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