कांग्रेस पार्टी भूरिया की प्रायवेट लिमिटेड नहीं है (congress is not privet limited of pcc chief Bhuriya)
पत्रकारों से चर्चामें अर्जुनसिंह निष्ठ मित्रमंडल संयोजक हितेश पाटौदी ने कहा
रतलाम,28 अप्रैल (इ खबरटुडे)। मध्य प्रदेश में कांग्रेस मिशन 2013 चलाकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार को उखाड फेंकने के अभियान में लगी है, लेकिन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया के संसदीय क्षेत्र रतलाम में ही मिशन 2013 फ्लाप होता दिख रहा है। यहां आये दिन शहर कांग्रेस अध्यक्ष डा.राजेश शर्मा अखबारों के माध्यम से बयानबाजी कर वरिष्ठ कांग्रेस नेता के फूल छाप होने की बात कर रहे है। जबकि वे स्वयं ही भाजपा के वरिष्ठ नेता के घर पैलेस रोड आते जाते रहते है। वही प्रदेश अध्यक्ष श्री भूरिया भी ऐसे लोगों पर विश्वास कर रहे है और वे निष्ठावान कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर रहे है। कांग्रेस पार्टी एक बहुत बडी लोकतांत्रिक पार्टीहै, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया की कोईप्रायवेट लिमिटेड नहीं है। हम जैसे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को कांग्रेसी होने के लिए किसी के भी प्रमाण की आवश्यकता नहीं है।
यह बात शनिवार को दो बत्ती स्थित होटल सेन्ट्रल में पत्रकारों से चर्चा के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे स्वर्गीय अर्जुनसिंह के नाम पर बने अर्जुनसिंह निष्ठ मित्रमंडल के संयोजक हितेश पाटौदी ने कही। उन्होंने कहा कि 35 साल के इतिहास में नगर से कांग्रेस को जीत दिलाई है तो वह वरिष्ठ कांग्रेस नेता शिवकुमार झालानी ने। पिछले कुछ समय से उन पर कांग्रेस के स्थानीय नेताओं से लगाकर प्रदेश पदाधिकारियों द्वारा लगातार बायन बाजी कर कांग्रेस को कमजोर करने की बात कर रहे है। कांग्रेस पार्टी की अपनी रिती निती है वह उस पर चलती है, नाकि किसी व्यक्ति विशेष से।
सही उम्मीदवार का चुनाव नहीं किया
शिवकुमार झालानी ने रतलाम नगर में वर्ष 2008 में हुए विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के विरूध काम करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी पारस सकलेचा को खुले रूप से मंचों पर जाकर समर्थन किया था तो वैसे कैसे कांग्रेस को मजबूत करने की बात करते है? इस प्रश्न के प्रतिउत्तर में श्री पाटौदी ने कहा, जब कांग्रेस द्वारा उम्मीदवार तय किया जा रहा था तभी राष्ट्रीय एवं प्रदेश के पदाधिकरियों को अवगत करा दिया गया था। प्रमोद गुगलिया किसी भी हाल में रतलाम से जीत नहीं दर्ज कर पाएंगा। इसके बाद श्री झालानी ने रतलाम में भाजपा किसी भी सूरत में नहीं जीते इसके लिए कांग्रेस प्रत्याशी का समर्थन नहीं करते हुए निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन किया।
अनवर पूछे तो जवाब देंगे
श्री पाटौदी से जब यह पूछा गया कि वे जिस वरिष्ठ नेता की तरफदारी कर रहे है उन्होंने वर्ष 2008 के चुनाव ही नहीं पूर्व के वर्षो में हुए चुनावों में भी कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में खडे हुए खुर्शीद अनवर को मंच के माध्यमों से खुला विरोध किया था। उसमें कोईनिर्दलीय भी मैदान में नहीं था तो क्या यह भाजपा को जिताने के लिए था? श्री पाटौदी ने जवाब से किनारा करते हुए कहा कि, यदि उनसे स्वयं खुर्शीद अनवर इस बारे में जवाब तलब करेंगें तो उन्हें हम सब बताएंगे। इस खुलासा यहां नहीं किया जा सकता है। चर्चा के दौरान अर्जुनसिंह मित्रमंडल के जुगल पंडया, रहीम शैरानी आदि मौजूद थे।