December 24, 2024

कल सिर्फ लाइट बंंद करें, टीवी,एसी,फ्रीज नहीं,सरकार ने दूर की सभी आशंकाएं

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नई दिल्ली,04 अप्रैल (इ खबरटुडे)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपील की है कि 5 अप्रैल, रविवार को रात 9 बजे 9 मिनट के लिए पूरे घर की लाइटें बंद करके दीपक या मोम बत्ती जलाई जाए। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एकजुटता दिखने के लिए पीएम ने अपने देश से यह अपील की है।

इसके बाद से आशंका जताई जा रही है कि यदि पूरा देश एक साथ बिजली बंद करेगा और एक साथ चालू करेगा तो इसका असर ग्रीड पर हो सकता है। ग्रीड फेल हो सकते हैं, जिससे अगले कुछ दिनों तक देश को अंधेरे में रहना पड़ सकता है।

वहीं यह भी कहा गया कि वॉल्टेज कम ज्यादा होने से टीवी, फ्रीज और पंखे कराब हो सकते हैं। बहरहाल, अब भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय ने इन आशंकाओं को खत्म कर दिया है। मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि ऐसा कुछ नहीं होगा। ये सभी आशंकाएओं गलत हैं।

फ्रीज, टीवी नहीं, सिर्फ घर की लाइट बंद करें
ऊर्जा मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि पीए मोदी ने घरों की लाइट बंद करने की अपील की है, अन्य बिजली उपकरण नहीं। साथ ही इस दौरान स्ट्रीट लाइट्स भी चालू रहेंगी, ताकि आमजन की सुरक्षा के समझौता न हो। स्ट्रीट लाइट्स चालू करने को लेकर राज्यों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

यूपी में बिजली बोर्ड ने की यह खास व्यवस्था
इस बीच, यूपी में तय हुआ है कि 5 अप्रैल को रात 8 से 9 से बीच में चरणबद्ध तरीके से लोड शेडिंग की जाए, ताकि जब पूरा प्रदेश 9 बजे एक साथ लाइट बंद करे और फिर 9 मिनट बाद चालू करे तो ग्रीड पर लोड न हो।

इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश स्टेट लोड डिस्पेच सेंटर (SLDC) के मुताबिक उस दिन 3000 मेगावाट के लोड की अचानक कमी आ सकती है। SLDC के डायरेक्टर राम स्वारथ के अनुसार, 8 से 9 के बीच चरणबद्ध लोड शेडिंग की जा सकती है।

उन नौ मिनट के लिए बिजली मंत्रालय चौकस
इससे पहले शुक्रवार को केंद्र सरकार के बिजली मंत्रालय में हुई एक अहम बैठक में सभी पहलुओं पर चर्चा की गई है। मोटे तौर पर माना गया है कि सिर्फ लाइट्स बंद होने से बिजली की मांग इतनी कम नहीं होगी कि ग्रिड के फेल होने की स्थिति आए।

इसके बावजूद सभी वैकल्पिक व्यवस्था को तैयार रखा जाए कि किसी आपातकालीन स्थिति का सामना किया जा सके। वैसे ग्रिड को लेकर समस्या भले ही नहीं आये लेकिन लॉकडाउन की वजह से पहले से ही देश में बिजली की मांग जितनी नीचे जा चुका है उसमें और गिरावट आने की संभावना है।

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