November 18, 2024

आतंकियों के खिलाफ मिस्र की सेना ने शुरू किया अभियान, राष्ट्रपति बोले- बदला लेकर रहेंगे

काहिरा, 25 नवंबर(इ खबरटुडे)। मिस्र की वायुसेना ने उत्तरी सिनाई प्रांत में मस्जिद पर हुए हमले के कुछ ही घंटों के भीतर कई आतंकवादियों को मार गिराया और उनके वाहन नष्ट कर दिये.शुक्रवार को मिस्र में उत्तरी प्रांत सिनाई में करीब 40 बंदूकधारियों ने एक मस्जिद में जुमे की नमाज अदा कर रहे लोगों पर हमला कर दिया था जिसमें कम से कम 235 लोगों की मौत हो गई और 130 अन्य घायल हो गये.हमले के तुरंत बाद राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल-सीसी ने अधिकारियों के साथ आपात बैठक बुलाकर सुरक्षा हालात का जायजा लिया था.

बाद में जारी एक बयान के अनुसार, उन्होंने हमले का बदला लेने का संकल्प लेते हुए कहा कि अब मिस्र के लोग पहले से भी ज्यादा माबूती से आतंकवाद का मुकाबला करेंगे.अब्दुल फतेह अल सीसी ने घटना के बाद टीवी पर दिए संबोधन में इस हमले में मारे गए और जख्मी हुए लोगों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की. उन्होंने जोर देकर कहा कि इस घटना का बदला लिया जाएगा.राष्ट्रपति ने कहा, सेना और पुलिस हमारे शहीदों का बदला लेगी. आने वाले वक्त में सुरक्षा और स्थिरता स्थापित करने के लिए पूरा जोर लगाया जाएगा.

सेना के प्रवक्ता तामेर एल-रफाई ने एक बयान में कहा कि वायुसेना ने उत्तरी सिनाई के आसपास के क्षेत्रों में आतंकवादियों के ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की है जिसमें आतंकवादी मारे गये हैं और जानलेवा हमले में प्रयुक्त वाहन नष्ट कर दिये गये हैं. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के हथियार डिपो को भी निशाना बनाया गया है.

अल-आरिश के करीब अल-रावदा में जिस मस्जिद पर हमला हुआ है, वह सूफी मत मानने वालों के बीच लोकप्रिय थी.

अभी तक इस हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है मगर अधिकांश लोग मानते हैं कि इसके पीछे आईएसआईएस हो सकता है. सूफी, जिसे आईएसआईएस अपने धर्म के खिलाफ मानता है, के मस्जिद पर इन्हीं कारणों से हमला होने की आशंका जताई जा रही है. हालांकि उत्तरी सिनाई में बहुत से लोग आईएसआईएस के खिलाफ लड़ाई में सरकार की मदद भी कर रहे थे जिसे भी हमले की एक प्रमुख वजह माना जा रहा है.

मिस्र सरकार ने हमले के बाद तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है.

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