अयोध्या विवाद: योगी आदित्यनाथ बोले- भगवान राम के लिए इस बार जलाएं दीया, दिवाली बाद काम शुरू
लखनऊ,04 नवम्बर (इ खबर टुडे)। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर हलचल काफी तेज हो गई है। अध्यादेश की मांग, संतों के आंदोलन और प्राइवेट बिल के बीच अब यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसे लेकर बड़ा संकेत दिया है। आदित्यनाथ ने कहा है कि दिवाली के बाद इस पर काम शुरू हो जाएगा। इससे पहले यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने भी दावा किया था कि दिवाली तक योगी आदित्यनाथ अयोध्या के मुद्दे पर खुशखबरी देंगे।
दरअसल, योगी आदित्यनाथ शनिवार को राजस्थान के बीकानेर में थे। यहां एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, ‘भगवान राम के नाम पर इस बार एक दीया जलाइए। वहां काम जल्द शुरू होगा। दिवाली के बाद हमें इसे करना है।’
बता दें कि इससे पहले महेंद्र नाथ पांडेय ने मीडिया से बातचीत में कहा था, ‘योगी जी मुख्यमंत्री के साथ-साथ बहुत बड़े संत हैं। निश्चित रूप से उन्होंने अयोध्या के लिए योजना बनाई है। दिवाली आने दीजिए, खुशखबरी की प्रतीक्षा कीजिए….मुख्यमंत्री के हाथों वह योजना सामने आएगी तो उचित होगा।’
अब केंद्रीय मंत्रियों का भी मंदिर राग
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई टलने के बाद अयोध्या मुद्दे पर राजनीति गर्म हो गई है। संत समाज और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तरफ से बढ़ते दबाव के बाद अब मोदी सरकार के मंत्रियों की प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी हैं। कैबिनेट मंत्री उमा भारती ने भी कहा है कि उन्होंने सक्रिय रूप से रामजन्मभूमि आंदोलन में हिस्सा लिया था और अयोध्या में राम मंदिर उनका सपना है। उमा ने कहा कि वह किसी भी प्रक्रार की मदद के लिए तैयार हैं। उधर केंद्रीय मंत्री पीपी चौधरी ने तो मंदिर के मसले पर सीधे कानून की वकालत की है।
संत समाज कर रहा है दिसंबर में निर्माण शुरू होने की बात
हालांकि अयोध्या विवाद सर्वोच्च अदालत के सामने है लेकिन हिंदुवादी संगठन और संत समाज दिसंबर से ही मंदिर निर्माण शुरू करने की बात कर रहे हैं। रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष वेदांती ने कहा कि सर्वसम्मति से दिसंबर से मंदिर बनना शुरू हो जाएगा। विश्व हिंदू परिषद की नेता साध्वी प्राची ने कहा है कि मंदिर निर्माण के लिए 6 दिसंबर की तारीख तय की जानी चाहिए।
विपक्ष का आरोप, विफलताओं से ध्यान हटाने की कोशिश
अयोध्या विवाद पर बीजेपी और संघ नेताओं की बयानबाजी को लेकर कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने निशाना साधा है। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है कि मोदी सरकार अपनी विफलताओं से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए राम मंदिर और मूर्तियों का सहारा ले रही है। बता दें कि यूपी की योगी सरकार की अयोध्या में राम की मूर्ति बनाने की योजना सामने आई है। इसपर थरूर ने कहा, ‘प्रतिमाओं को स्थापित करना मुझे रोमन साम्राज्य के उन दिनों की याद दिलाता है, जब लोगों को उनके ऊपर हो रहे अत्याचारों से ध्यान भटकाने के लिए सर्कस दिखाया जाता था।’
बाबा रामदेव का दावा, कोर्ट में देरी तो संसद में आएगा बिल
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी नेताओं की बयानबाजी के बीच अब बाबा रामदेव ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया था। बाबा रामदेव ने कहा था कि संतों/राम भक्तों ने संकल्प किया है कि राम मंदिर में अब और देर नहीं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि इसी वर्ष शुभ समाचार देश को मिलेगा। रामदेव ने कहा, ‘यदि न्यायालय के निर्णय में देर हुई तो संसद में जरूर इसका बिल आएगा, आना ही चाहिए। रामजन्मभूमि पर राम मंदिर नहीं बनेगा तो किसका बनेगा?’