अपनी कानूनी टीम पर भड़के ट्रंप, कोर्ट का दांव भी नहीं आ रहा काम
वॉशिंगटन,07नवंबर( इ खबर टुडे)। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना को लेकर दो राज्यों की अदालतों ने डोनाल्ड ट्रंप के तगड़ा झटका दिया है। ट्रंप ने मिशिगन और जॉर्जिया के कोर्ट में धांधली का आरोप लगाकर मगणना को रुकवाने की अपील की थी। लेकिन कोर्ट ने उनकी इस अपील को बेबुनियाद मानते हुए खारिज कर दिया। इसी के बाद से ट्रंप अपनी लीगल टीम पर भड़के हुए हैं।
किसी और को दी जा सकती है लीगल टीम की कमान
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रंप अपने चुनाव प्रचार के लीगल टीम की कमान अनुभवी और कानूनी रणनीति को परिचित किसी अनुभवी हाथों में दे सकते हैं। हाल में ही ट्रंप ने अपनी कानूनी टीम पर गुस्सा जाहिर करते हुए पूछा था कि वे एकजुट क्यों नहीं दिखाई दे रहे हैं? उन्होंने अपनी चुनावी टीम से कहा कि वे किसी ऐसे अनुभवी व्यक्ति की खोज करें जो कोर्ट में उनका पक्ष जोरदार तरीके से रख सके।
दो दिग्गज कर रहे ट्रंप की लीगल टीम का नेतृत्व
इस समय ट्रंप की लीगल टीम का नेतृत्व रूडी गिउलिआनी और फ्लोरिडा के पूर्व अटॉर्नी जनरल पाम बॉडी कर रहे हैं। ये दोनों ट्रंप के वफादार वकीलों में गिने जाते हैं। लेकिन, दो राज्यों में कोर्ट से अपील खारिज होने के बाद इनकी विश्वसनीयता खत्म हो गई है। ऐसे में ट्रंप अब किसी दूसरे कानून के जानकार पर दांव लगाना चाहते हैं।
क्या है ट्रंप की मंशा
ट्रंप चाहते हैं कि पेंसिल्वेनिया, एरिज़ोना, जॉर्जिया और मिशिगन जैसे राज्यों में कोर्ट के जरिए मतगणना में दखल दिया जाए। पिछले चुनाव में इन राज्यों में ट्रंप को जीत मिली थी। लेकिन, इस बार के चुनाव में यहां से डेमोक्रेट उम्मीदवार
जॉर्जिया ने बढ़ाया रिजल्ट का इंतजार
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। कम से कम चार राज्य ऐसे हैं जहां डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन के बीच कांटे का मुकाबला अब भी जारी है। इस बीच अमेरिकी राज्य जॉर्जिया ने दोबारा मतगणना करने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में अमेरिका के नए राष्ट्रपति को लेकर सस्पेंस और बढ़ गया है।
रिपब्लिकन के गढ़ में डेमोक्रेटिक प्रत्याशी आगे
जॉर्जिया को रिपब्लिकन पार्टी का गढ़ माना जाता है। पिछले चुनाव में भी इस राज्य से डोनाल्ड ट्रंप को ही जीत मिली थी। लेकिन, इस बार की मतगणना में यह धारणा टूटती हुई दिखाई दी और डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रत्याशी जो बाइडेन 1579 वोटों से आगे चल रहे हैं। इस बीच जॉर्जिया के राज्य सचिव ब्रैड रैफेंसपर ने ऐलान किया है कि वे मतपत्रों की दोबारा गिनती कराने जा रहे हैं।
50 लाख वोट, लेकिन मॉर्जिंग कुछ हजार
ब्रैड रैफेंसपर ने कहा कि जॉर्जिया में दोनों उम्मीदवारों के बीच कांटे का मुकाबला जारी है। यहां लगभग 50 लाख लोगों ने वोट दिया है, लेकिन लेकिन हमारे पास मॉर्जिंग केवल कुछ हजार का ही है। इसलिए, राज्य में फिर से मतगणना कराने का निर्णय लिया गया है। दोबारा मतगणना में समय ज्यादा लगेगा। ऐसे में अमेरिकी चुनाव परिणाम में और समय लगने का अनुमान है।
बाइडेन की जीत के क्या हैं मायने
जॉर्जिया से अगर जो बाइडेन चुनाव जीत जाते हैं तो यह पूरे देश में उनकी सबसे बड़ी जीत मानी जाएगी। क्योंकि, यह राज्य शुरू से ही रिपबल्किन पार्टी का गढ़ रहा है। पिछले कई चुनावों से इस राज्य के लोग रिपब्लिकन उम्मीदवार को जीत दिलाते आ रहे हैं। इस बार यह धारणा टूटती दिखाई दे रही है। रिपब्लिकन पार्टी के लिए भी यह किसी बड़े संकट से कम नहीं होगा।