अंधेरे में पढाई को मजबूर हुए जिले के आदिवासी छात्र,आदिम जाति विभाग के होस्टल और स्कूलों समेत कुल 83 कनेक्शन काटे,लाखों का बिजली बिल बकाया
रतलाम,22 दिसम्बर (इ खबरटुडे)। कोरोना के चलते लम्बे समय तक बन्द रहे विद्यालय हाल ही में शुरु हुए हैैं,लेकिन स्कूल खुलते ही जिले के आदिवासी बच्चे अंधेरे में पढाई करने को मजबूर कर दिए गए है। विद्युत वितरण कंपनी नेआदिम जाति विभाग के सैलाना बाजना,रावटी इत्यादि स्थानों के कई आदिवासी होस्टल्स,स्कूल्स समेत कुल 83 स्थानों के विद्युत कनेक्शन काट दिए है।आदिम जाति कल्याण विभाग पर 22 लाख से ज्यादा का बिजली बिल बकाया है।
विद्युत वितरण कंपनी ने मंगलवार को सैलाना,बाजना रावटी इत्यादि स्थानों पर आदिम जाति कल्याण विभाग के अनेक होस्टल्स,स्कूल और कार्यालयों के बिजली कनेक्शन काट दिए हैैं।
बिजली कंपनी के इस कदम से सैलाना बाजना रावटी के हजारों आदिवासी छात्र छात्राओं के होस्टल्स और स्कूल अंधेरे में डूब गए हैैं। इतना ही नहींविभाग के कार्यालय भी अंधेरे में डूब गए हैैं। विद्युत वितरण कंपनी के कार्यपालन यंत्री जेपी ठाकुर ने बताया कि आदिम जाति कल्याण विभाग के 22 लाख रु. से अधिक के बिजली बिल लम्बे समय से बकाया है। इसी वजह से कंपनी द्वारा विभाग के कुल 83 कनेक्शन काट दिए गए है।
दूसरी ओर रतलाम ग्र्रामीण एसडीएम और आदिम जाति विभाग के प्रभारी एसएल आर्य का कहना है कि आदिम जाति विभाग के बिजली बिल लम्बे समय से बकाया चल रहे थे। इस बकाया बिजली बिलों के भुगतान की व्यवस्था की जा रही है और आगामी दो तीन दिनों में सारी बकाया राशि का भुगतान कर दिया जाएगा और बिजली कनेक्शन फिर से जुडवा लिए जाएंगे। इस सम्बन्ध में बिजली कंपनी के अधिकारियों से भी उनकी चर्चा हो चुकी है।
आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक संचालक(शिक्षा) अकील खान को 83 कनेक्शन काटे जाने की जानकारी नहीं है। अकील खान ने इ खबरटुडे को बताया कि उन्हे सैलाना और सरवान के हायर सेकेण्डरी स्कूल के बिजली कनेक्शन काटे जाने की जानकारी मिली है। वे इसे दिखवा रहे हैं।