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नमो भारत कॉरिडोरः गुरुग्राम व फरीदाबाद में दो-दो स्टेशन बनेंगे ,डीपीआर तैयार, एनसीआर के 3 शहर जुड़ेंगे
 

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा के बीच नमो भारत कॉरिडोर के ट्रैक को लेकर डीपीआर तैयार कर ली है। इसके निर्माण पर करीब 15,745 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इससे एनसीआर के तीन बड़े शहर जुड़ सकेंगे। 61.5 किमी. लंबे रूट पर गुरुग्राम व फरीदाबाद में 2-2, नोएडा व ग्रेटर नोएडा में 1-1 स्टेशन बनेगा। इस ट्रैक का निर्माण 2031 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। गुरुग्राम में इफको चौक व सेक्टर-54, फरीदाबाद में बाटा चौक व सेक्टर-85-86, नोएडा में सेक्टर-142-168, ग्रेटर नोएडा में सूरजपुर में स्टेशन बनेगा। यह रूट 18.2 किमी. का होगा। नमो भारत कॉरिडोर देश का पहला सेमी-हाई-स्पीड रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम है।

61.5 किमी. का सफर 38 मिनट में, अभी 2 घंटे लगते हैं

गुरुग्राम से ग्रेटर नोएडा तक दिल्ली मेट्रो या सड़क मार्ग से पहुंचने में डेढ़ से दो घंटे लगते हैं। इसके अलावा सड़क मार्ग पर ट्रैफिक जाम की समस्या रहती है। यही हाल गुरुग्राम से फरीदाबाद के सफर में होता है। नमो भारत ट्रेन से एनसीआर के तीनों बड़े शहरों की दूरी न केवल कम करेगी, बल्कि सड़कों पर लगने वाले जाम से भी राहत मिलेगी। यात्री 38 मिनट में गुरुग्राम से ग्रेटर नोएडा पहुंचेगे।

2031 में इस रूट पर यात्रियों की संख्या रोजाना करीब 3.84 लाख होगी, जो 2054 तक बढ़कर 8.53 लाख तक पहुंच जाएगी।

शुरुआत में नमो भारत ट्रेन में 6 कोच होंगे। 10 ट्रेनें चलाई जाएंगी।

इसमें एकसाथ 1928 यात्री सफर कर सकेंगे। 408 यात्रियों के बैठने की सीट होगी।

75 हेक्टेयर जमीन की जरूरत होगी। इसमें 41.8 हेक्टेयर निजी लोगों की और 33.71 हेक्टेयर जमीन सरकारी है। जमीन खरीद में 1500 करोड़ रुपए की लागत आएगी।

ट्रेन को 220 केवी क्षमता के तीन बिजली घर से जोड़ा जा सकेगा। ये ट्रैक से 5-6 किमी की दूरी पर हैं। गुरुग्राम में सेक्टर-56, फरीदाबाद में सेक्टर-3 और नोएडा में सेक्टर-129 में बिजली घर बना हुआ है।

5,655 पेड़ कटेंगे। इसके बदले में 56,550 पौधे लगेंगे। इस पर 25 करोड़ रुपए खर्च होंगे।