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दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के शुरू होते ही गुरुग्राम से बड़ोदरा का सफर होगा आसान

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के शुरू होते ही गुरुग्राम से बड़ोदरा का सफर होगा आसान
 

 दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के शुरू होते ही दिल्ली एनसीआर यानी गुरुग्राम से वडोदरा पहुंचने में केवल दस घंटे का समय लगेगा। यह परियोजना यातायात के मामले में एक मील का पत्थर साबित होगी। कोटा में एक टनल बन रहा है, जो जल्द चालू होने वाला है। इसके बाद दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। देश की आ​र्थिक राजधानी मुंबई तथा राजधानी दिल्ली के बीच सीधी कने​क्टिविटी होने से यातायात काफी सुगम होगा तथा माल ढुलाई का कार्य बहुत जल्द हो पाएगा। 


4.9 किलोमीटर बनाई जा रही सुरंग
मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस-वे का निर्माण अंतिम चरण में है। कोटा में मुकुंदरा टाइगर रिजर्व के नीचे यह टनल बनाई जा रही है। इस टनल की लंबाई 4.9 किलोमीटर है। यहां पर वन्य जीवों के काफी मात्रा में होने के कारण ही यह टनल बनाई जा रही है। जल्द ही इस टनल का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। उसके बाद इस एक्सप्रेस-वे पर वाहन दौड़ सकेंगे। फिलहाल दिल्ली-मुंबई एक्स्रप्रेस-वे के माध्यम से गुरुग्राम से वडोदर तक का सफर लगभग 22 घंटे में पूरा होता है। इस टनल के बन जाने से यह सफर मात्र 10 घंटे में पूरा हो जाएगा। ऐसे में समय तथा धन दोनाें की भारी बचत होगी। कोटा में सुरंग के पहले और अगले भाग का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। बीच के कार्य को तेजी से पूरा किया जा रहा है। 


जंगली जानवरों के नीचे से गुजरेंगे वाहन
मुकुंदरा टाइगर रिजर्व के नीचे से इस टनल का निर्माण किया जा रहा है। इस टनल के पूरा होने के बाद जंगली जानवरों को पता भी नहीं चलेगा कि उनके नीचे से वाहन गुजर रहे हैं। इस टनल के निर्माण में विशेष सावधानी बरती जा रही है। सुरंग का निर्माण इस तरह किया जा रहा है कि जंगली जानवरों को इसका पता ही नहीं चल सके। आठ लेन वाला यह एक्सेस कंट्रोल्ड ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे 95 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। 


गुरुग्राम से दौसा तक खुला एक्सप्रेस-वे
मुंबई-दिल्ली एक्सप्रेस-वे की लंबाई 1380 किलोमीटर है। फिलहाल इस एक्सप्रेस-वे को गुरुग्राम से दौसा तक अ​धिकारिक रुप से खोल दिया है। यह एक्सप्रेस-वे गुरुग्राम के सोहना के गांव अलीपुर से शुरू होता है। इसके अलावा दौसा से सुरंग से पहले कोटा और सुरंग से आगे वडोदरा तक का काम पूरा हो चुका है। वहीं वडोदरा और मुंबई के बीच निर्माण कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है। इस टनल का जब निर्माण पूरा हो जाएगा, उसके बाद गुरुग्राम से वडोदरा पहुंचना बहुत आसान हो जाएगा। इस एक्प्रेस-वे के निर्माण से दिल्ली, मुंबई, राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश और गुजरात का भी तेजी से विकास होगा। इस एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा रखी गई है। इससे ज्यादा की स्पीड के कारण यहां हादसे भी हो चुके हैं। 


जरूरत के अनुसार चौड़ा करने का विकल्प
फिलहाल यह एक्सप्रेस-वे आठ लेन का है। यदि जरूरत पड़ी तो इस एक्सप्रेस-वे को 12 लेन तक किया जा सकता है। इसी लिए इस एक्सप्रेस-वे पर 21 मीटर चौड़ा मीडियन बनाया जा रहा है। इससे जरूरत पड़ने पर एक्सप्रेस-वे को 12 लेन करने में कोई परेशानी नहीं आएगी। इस एक्सप्रेस-वे को दुनिया का सबसे आधुनिक और सुर​क्षित एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है। इस एक्सप्रेव-वे के कारण एक प्रतिशत भी जंगली जनवरों को परेशानी नहीं होगी और न ही जंगली जानवरों के कारण वाहन चालकों को परेशानी होगी। 


दिल्ली से मुंबई केवल 12 घंटे में
इस समय दिल्ली से मुंबई जाना हो तो 24 घंटे का समय लगता है। इस एक्सप्रेस-वे के माध्यम से आप 12 घंटे में दिल्ली से मुंबई पहुंच सकते हैं। इस एक्सप्रेस-वे पर 95 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इस एक्सप्रेस-वे पर जब वाहन फर्राटा भरेंगे तो हर साल 32 करोड़ लीटर से ज्यादा ईंधन की बचत होगी। इसके अलावा 85 करोड़ किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड कम हो जाएगी। इस एक्सप्रेस-वे पर 500 मीटर के बाद रेन वाटर हार्वे​स्टिंग सिस्टम लगाया जा रहा है। इसके अलावा दिल्ली से मुंबई जा रहे लोगों के लिए यहां पर 94 प्रकार की सुविधाएं विकसित की जा रही है। इस एक्सप्रेस-वे पर जरूरत के समय कहीं भी हेलीकाप्टर उतारा जा सकता है।