Sahjan forest festival : 1 जुलाई से शुरू होगा यूपी में वन महोत्सव, इस दिन लगाएं जाएंगे 35 करोड़ पौधे
Sahjan forest festival : वन हमारे जीवन के लिअ बहुत जरूरी है. सबसे जरूरी है हमारा सांस लेना. अगर हम पौधे नहीं लगाएंगे तो हमें सांस लेने में दिक्कत होगी. इस चीज को देखते ही उत्तर प्रदेश ने वन महोत्सव शुरू किया है.
इस वन महोत्सव में लाखों सहजन के पौधे लगाएं जाएंगे. उत्तर प्रदेश में हर साल इस महोत्सव को मनाता है. इस बार भी इस बार भी पौधारोपण का नया रिकॉर्ड बनाया जाएगा. वन महोत्सव अभियान 1 जुलाई, 2025 से शुरू हो जाएगा.
हर साल लगभग इसी सीजन में किए जाने वाले पौधरोपण का मकसद प्रदेश में हरियाणी बढ़ाना, पर्यावरण को स्वच्छ व सुंदर बनाना, जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों को कम करना और हर प्रकार के पौधे (फलदार, छायादार, औषधीय और इमारती) लगाकर अधिकतम जैव विविधता को सुनिश्चित करना है.
पर्यावरण संरक्षण केवल शासन की नहीं, बल्कि समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है. साल 2024 में इस अभियान के दौरान सहजन (Sahjan) के करीब 55 लाख पौधे लगाए गए थे. इस साल इसकी संख्या बढ़ा दी गई है.
सहजन (Moring) के औषधीय और पोषण संबंधी खूबियों मौजूद है. सहजन सिर्फ एक पौधा नहीं है बल्कि खुद में पोषण का पावरहाउस है. इसकी पत्तियों एवं फलियों में 300 से अधिक रोगों की रोकथाम के गुण है.
सहजन में 92 तरह के विटामिन्स, 46 तरह के एंटी ऑक्सीडेंट, 36 तरह के दर्द निवारक और 18 तरह के एमिनो एसिड मिलते हैं. इसके अलावा सहजन में विटामिन सी- संतरे से सात गुना, विटामिन ए- गाजर से चार गुना, कैल्शियम- दूध से चार गुना, पोटैशियम- केले से तीन गुना, प्रोटीन- दही से तीन गुना मिलता है.