Relationship Tips: अब भारत में कपल्स चुन रहे LAT marriages, शादी में लोग कर है ये काम
Relationship Tips : हर शादीशुदा जीवन में कई उतार-चढ़ाव आते रहते है. आज के समय में LAT बहुत ट्रेंड कर रहा है. LAT का मतलब होता है Living Apart Together ,मतलब शादीशुदा होने के बाद भी अलग-अलग घर में रहना और दोनों को पर्सनल स्पेस, करियर और शादी को बैलेंस कर सकें. इसमें कपल्स वीकेंड्स पर वे मिलते हैं.
कभी-कभी एक-दूसरे को सरप्राइज़ देते है. अलग-अलग घर में रह कर कपल्स में प्यार और विश्वास जुड़ा रहता है. क्या आप लोग जानते है क लोग LAT को क्यों चुन रहे है? अगर नहीं, तो चलिए हम आपको बताते है. LAT चुनने का सबसे बड़ा कारण है करियर ऑपर्च्युनिटी.
आज के समय में ज्यादातर कपल्स अलग-अलग देशों और कंपनियों में काम करते है. उन्हें जॉब्स या प्रोजेक्ट्स के चलते अलग रहना पड़ता है. इसमें खुद की इंडिपेंडेंस और पर्सनल स्पेस की जरूरत भी बहुत मायने रखती है.
शादी में कपल्स के बीच में छोटे-मोटे झगड़े होते हैं, LAT इसे कम कर देता है. अब भारत में गैर-पारंपरिक अरेन्जमेंट्स को एक्सेप्ट किया जा रहा है. अब पुरुष अपनी पत्नी के करियर को सपोर्ट करते है.
ऐसा करने से उन्हें अपने सपनों या कैरियर को छोड़ना नहीं पड़ता. LAT शादी में फायदे के साथ एक चैलेंजेज भी हैं. इसमें सबसे बड़ी समस्या है सोशल स्टिग्मा.
इसमें परिवार या समाज से दबाव और सवाल के साथ टाइम मैनेज करना, अलग-अलग घरों को संभालना और ट्रैवल जैसी लॉजिस्टिक्स समस्याएं सामने आती है. कपल्स के बीच में दूरी होने से दोनों में इमोशनल स्ट्रगल भी हो सकता है, जिसका असर बच्चों पर पड़ता है.
LAT शादी में फायदे भी बहुत मिलते है. इसमें पर्सनल फ्रीडम और स्पेस मिलता है, जो हर एक कपल चाहता है. इसमें इमोशनल क्लोज़नेस भी बरकरार रहती है. इसमें रोज के छोटे-मोटे झगड़े से बचाव होता है.
काफी समय बाद जब कपल्स मिलते है तो वो पल बेहद खास होता है. अब LAT को असामान्य या अजीब तरीके से नहीं देखा जाता. अब इसे एक प्रैक्टिकल और समझदारी भरा विकल्प माना जा रहा है.