Rare Wild Dog: 90 साल बाद इस जंगल में दिखा ये रहस्यमयी जानवर, वीडियो हुआ वायरल
Rare Wild Dog : बहुत से ऐसे जानवर है जो धीरे-धीरे लुप्त हो रहे है. हाल ही में सोशल मीडिया पर एक जंगल में अनोखे जानवर की वीडियो जमकर वायरल हो रही है. एक्स पर एक यूजर द्वारा शेयर की गई ये वीडियो जमकर वायरल हो रही है.
बताया जा रहा है कि ये वीडियो महाराष्ट्र के सह्याद्री टाइगर रिजर्व की है. जंगल के बफर जोन में घूमने आए एक पर्यटक को एक काला जंगली कुत्ता (melanistic dhole) दिखाई दिया. पर्यटक ने उसे अपने कैमरे में कैद कर लिया.ये जानवर 90 साल बाद देखने को मिले है.
बता दें कि ये अनोखा जानवर दिग्विजय पाटिल नाम के एक नेचर लवर को दिखाई दिया था. दिग्विजय पाटिल सह्याद्री टाइगर रिजर्व की यात्रा पर थे. तब उन्होंने इस काले जंगली कुत्ते को देखा और तुरंत अपने कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया.
Rare Melanistic Wild Dog Spotted in Sahyadri Tiger Reserve
— नेत्वा धुरी NETWA DHURI (@netwadhuri) June 24, 2025
A rare sighting of a melanistic (black-coated) #wilddog was reported from a tourist-accessible area in the Sahyadri Tiger Reserve. The rare animal was spotted by tourist Digvijay Patil, who later informed former honorary… pic.twitter.com/csJ8AEqtWW
वन विभाग ने इसकी पुष्टि कर दी है कि ये एक मेलनिस्टिक ढोल है. वन विभाग के अनुसार मेलनिस्टिक ढोल इससे पहले को भारत में आखिरी बार 1936 में तमिलनाडु के कोयंबटूर के पास देखा गया था. जिसे ब्रिटिश नेचुरलिस्ट आरसी मॉरिस ने दर्ज किया था.
मेलनिस्टिक ढोल या एशियाटिक वाइल्ड डॉग्स दूसरे कुत्तों से बिल्कुल अलग होते है. इन कुत्तों का शरीर भेड़ियों और लोमड़ियों जैसा होता है. इनकी पीठ लंबी और टांगे पतली होती हैं, जैसे बिल्लियों की होती है. ये जानवर न तो कुत्तों की तरह भौंकते है और न ही भेड़ियों की तरह हांकते हैं.
Rare Melanistic Wild Dog Spotted in Sahyadri Tiger Reserve
— नेत्वा धुरी NETWA DHURI (@netwadhuri) June 24, 2025
A rare sighting of a melanistic (black-coated) #wilddog was reported from a tourist-accessible area in the Sahyadri Tiger Reserve. The rare animal was spotted by tourist Digvijay Patil, who later informed former honorary… pic.twitter.com/csJ8AEqtWW
मेलनिस्टिक ढोल सीटी जैसी आवाजें निकालते हैं, इसलिए इन्हें सीटी बजाने वाले कुत्ते (whistling dogs) भी कहा जाता है. मेलनिस्टिक ढोल 5 से 12 सदस्य के झुंड में रहते और शिकार करते हैं. ये शिकार के मामले में बाघों और तेंदुओं से टकराव से बचते हैं.