Premanand Ji Maharaj : अचानक मौत के डर से बचने के लिए अपनाएं प्रेमानंद जी के ये 5 उपाय, हर संकट होगा दूर
Premanand Ji Maharaj : हर इंसान की इच्छा होती है कि वे अपने परिवार के साथ सुखी जीवन बिताए. हमारे जीवन बहुत ही अनमोल है. जिंदगी हमें एक बार ही मिलती है, इसलिए इसे बचाने के लिए जीवन में छोटे-छोटे उपाय या फिर कुछ नियमों को अपनाना चाहिए.
बहुत से लोगों को कई बार इस बात का डर लगता है कि बिना किसी बीमारी या वजह के किसी की अचानक मौत हो जाती है या कोई गंभीर सड़क हादसा उनके साथ न हो जाए. इसे ही आम भाषा में अकाल मृत्यु कहा जाता है.
अकाल मृत्यु ज्यादातर उस समय पर होती है जब कोई इंसान बेहद खुश हो. अकाल मृत्यु से बचने के लिए प्रेमानंद जी महाराज द्वारा बताये गए उपाय को करना चाहिए. आइये जानते है विस्तार से...
1. रोजाना भगवान कृष्ण का चरणामृत पीना
हर दिन सुबह भगवान कृष्ण (शालिग्राम जी) को सबुह नहलाने के बाद उनका चरणामृत जरूर पीना चाहिए. चरणामृत असर शरीर के साथ आत्मा पर भी पड़ता है. प्रेमानंद जी महाराज का कहना है कि जो व्यक्ति हर रोज चरणामृत पीता है, तो अकाल मृत्यु का योग भी खत्म हो जाता है.
2. घर से निकलने से पहले मंत्र जपें
जब भी आप घर से बाहर जाते है तो कभी जाने से पहले हमेशा इस मंत्र का 11 बार जाप करें, “कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने, प्रणतः क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नमः” इस मंत्र का असर बहुत गहरा होता है. अगर कोई मुश्किल आती भी है तो उसका असर कम कर देता है.
3. भगवान के सामने नाम स्मरण करें
प्रेमानंद जी महाराज का कहना है कि हर रोज दिन में कम से कम 20 से 30 मिनट सिर्फ अपने भगवान का नाम लेता है, तो उसे मन की शांति मिलती है. साथ ही अकाल मृत्यु के खतरा कम हो जाता है.
4. हर दिन करें 11 बार दंडवत प्रणाम
प्रेमानंद जी महाराज का कहना है कि हर रोज अपने घर के मंदिर में 11 बार दंडवत प्रणाम करना चाहिए. दंडवत प्रणाम करने से 10 अश्वमेध यज्ञ का फल मिलता है.
5. सिर पर लगाएं वृंदावन की रज
प्रेमानंद जी महाराज का कहना है कि वृंदावन की पवित्र रज में बहुत ऊर्जा होती है. इसे अपने सिर के बीचों-बीच थोड़ा सा लगाने से सभी नकारात्मक शक्तियों और अकाल मृत्यु के योग को खत्म हो जाता है.