दिल्ली मेट्रो में बिछेगी नई तीन लाइन, जापान ने मंजूर किए 4309.53 करोड़ रुपये

दिल्ली मेट्रो के फेज चार की बची हुई तीन लाइनों के निर्माण का रास्ता साफ हो गया। तीन लाईनों को बिछाने के लिए फंड की जरूरत थी, वह जापान की कंपनी ने मंजूर कर दी है।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉपॅर्पोरेशन के अनुसार भारत सरकार और जापान की अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी जैका के बीच 27 मार्च 2025 को लोन समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं। समझौते के तहत जापानी कंपनी ने पहली किश्त के तौर पर करीब 4309.53 करोड़ रुपये जारी किए हैं। इस बड़े कदम के बाद अब इन तीनों लाइनों के लिए टेंडर निकालने के काम में तेजी आएगी और जल्द ही कंस्ट्रक्शन का काम भी शुरू हो जाएगा। इस फंड से इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ, साकेत-लाजपत नगर, रिठाला-नरेला तक नई रेलवे लाइन बिधाई जाएंगी। यह काम वर्ष 2029 तक पुरा होगा
ये हैं तीन लाइन
इंदरलोक से इंद्रप्रस्थ : यह ग्रीन लाइन का विस्तार होगा। ग्रीन लाइन के एक्सटेंशन के साथ ही इस रूट पर रेड, येलो,
एयरपोर्ट लाइन, मैजेंटा, वायलेट और ब्लू लाइनों के साथ इंटरचेंज की सुविधा होगी।
इस रूट के विस्तार के साथ ही यात्रियों को इंटरचेंज स्टेशनों के और भी ज्यादा विकल्प मिलेंगे। इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर में 11.349 किमी अंडरग्राउंड लाइन होगी और 1.028 किमी एलिवेटेड लाइन होगी, कुल मिलाकर इसकी लंबाई 12.4 किलोमीटर होगी। इसमें 10 स्टेशन बनेंगे, जिसमें से एक एलिवेटेड होगा और नौ स्टेशन अंडरग्राउंड होंगे। इस लाइन में पांच इंटरचेंज स्टेशन होंगे। यह लाइन बनने से हरियाणा के बहादुरगढ़ क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
साकेत जी ब्लॉक से लाजपत नगर तक बनेगी लाईन
यह कॉरिडोर पूरी तरह से एलिवेटेड होगा और इसमें आठ स्टेशन होंगे। जिसमें इंद्रलोक, नबी करीम, नई दिल्ली, दिल्ली गेट, इंद्रप्रस्थ, लाजपत नगर, चिराग दिल्ली और साकेत जी ब्लॉक। ये स्टेशन दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की सभी मौजूदा लाइनों के बीच इंटरकनेक्टिविटी का काम करेगा।
रिठाला से नरेला नाथूपुर तक बनेगी लाईन
रिठाला-नरेला-कुंडली मेट्रो कोरिडोर में कुल 21 स्टेशन बनाए जा रहे है। 26.5 किलोमीटर लंबी लाइन में कुल 21 स्टेशन होंगे। मेट्रो लाइन के बन जाने से नरेला, बवाना और अलीपुर जैसे इलाकों की कनेक्टिविटी अच्छी हो जाएगी।
14,600 करोड़ रुपये होंगे खर्च
मेट्रो फेज चार के कॉरिडोर पहले से बन रहे हैं । यह वर्ष 2026 के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य है। इन तीनों कॉरिडोर को बनाने की कुल लागत लगभग 14,600 करोड़ आएगी इसके लिए जापानी कंपनी JICA इन तीन लाइनों के लिए कुल मिलाकर 6252.91 करोड़ का लोन देगी।
इंदरलोक-इंद्रप्रस्थ, साकेत-लाजपत नगर, रिठाला-नरेला तक यह तीन लाईन वर्ष 2029 के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है।