New Fourlane Highway: ग्वालियर-भिंड-इटावा मार्ग होगा फोरलेन हाईवे में तब्दील, सैद्धांतिक मंजूरी मिलने के बाद भू-अर्जन की प्रक्रिया हुई शुरू
Gwalior-Bhind-Etawah Fourlane Highway: मध्य प्रदेश राज्य को जल्द ही एक नए फोरलेन एक्सप्रेस वे की सौगात मिलेगी। केंद्र सरकार प्रदेश में ग्वालियर-भिंड-इटावा एक्सप्रेसवे के निर्माण की तैयारी कर रही है। ग्वालियर से भिंड के बीच एनएच-719 को फोरलेन बनाने के मामले में कार्रवाई शुरू कर दी गई है। राजेश दाहिमा, संभागीय प्रबंधक एमपीआरडीसी ग्वालियर ने बताया कि ग्वालियर-भिंड-इटावा
मार्ग को फोरलेन करने की सैद्धांतिक स्वीकृति आ चुकी है।
पत्र अभी नहीं आया है, मगर इससे कोई अंतर नहीं पड़ेगा। भू-अर्जन का कार्य भी शुरू किया जा रहा है। हालांकि केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी के दो बार घोषणा करने के बाद भी इस फोरलेन की मंजूरी से जुड़ा पत्र अभी तक एमपीआरडीसी के पास नहीं आया। वर्तमान में इस फोरलेन हाईवे की डीपीआर बनाने का कार्य चल रहा है।
बता दें कि इस रोड पर वर्ष 2025 में जनवरी से अगस्त तक 54 लोगों की अलग-अलग दुर्घटनाओं में जान जा चुकी है। इनके अलावा कई लोग घायल भी हुए हैं। जिस वजह से इस क्षेत्र के लोग इस फोर लेन में तब्दील करने की मांग कर रहे हैं।
3200 करोड रुपए की लागत से यह रोड होगा फोरलेन में तब्दील
केंद्र सरकार एनएच-719 को ग्वालियर से इटावा के बीच फोरलेन सड़क को 3200 करोड रुपए में फोरलेन में तब्दील करने जा रही है। वर्तमान में इस सड़क पर ट्रैफिक का लोड काफी अधिक है। इस रोड से एक दिन में 15 हजार तक वाहन निकलते हैं। ऐसे में मार्ग टू-लेन होने की वजह से हर वक्त दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। बता दें कि पहले इस फॉरेन हाईवे के निर्माण हेतु 1200 करोड रुपए मंजूर किए गए थे लेकिन बाद में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इसमें संशोधन करते हुए इस फोरलेन हाईवे के निर्माण लागत को बढ़ाकर 3200 करोड़ रुपए कर दिया।
सैकड़ो गांव पर होगी धन वर्षा
ग्वालियर-भिंड-इटावा फोरलेन हाईवे का निर्माण करने हेतु प्रोजेक्ट को मंजूरी मिलने के बाद सैकड़ो गांव के ग्रामीणों के चहरों पर खुशी की रौनक लौट आई है। इस फोरलेन हाईवे के निर्माण से आसपास लगते सैकड़ो गांव पर जमकर धन वर्षा होगी। इसके अलावा प्रॉपर्टी और किसानों की जमीनों के रेट भी आसमान छूने लगेंगे। वहीं दूसरी तरफ यह हाईवे रोजगार के लिए भी कारगर साबित होगा।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने वर्ष 2022 में पहले 1200 करोड़ रुपए से इस मार्ग को फोरलेन करने की घोषणा की थी। उस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि एक साल काम चालू हो जाएगा। डीपीआर बन रही है। लेकिन उसके बाद इसमें संशोधन करते हुए 10 अप्रैल 2025 को केंद्रीय मंत्री गड़करी ने इस सड़क को 3200 करोड़ रुपए से फोरलेन में तब्दील करने के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी। अब एक बार फिर एनएचएआइ के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार इस प्रोजेक्ट को शुरू करने हेतु प्रक्रिया तेज हो गई है।