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हरियाणा में आईएमए ने आयुष्मान योजना में आधी रात से इलाज बंद किया

IMA in Haryana stopped treatment under Ayushman Yojana from midnight
 

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने सरकार की ओर से आयुष्मान योजना(aayushman Yojana) के तहत निजी अस्पतालों का 490 करोड़ से अधिक का भुगतान न होने के कारण देर रात इलाज बंद कर दिया। यह निर्णय बुधवार रात वर्चुअल मीटिंग(virtual meeting) में लिया गया। बैठक में स्वास्थ्य विभाग(swasthya vibhag) के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) सुधीर राजपाल और आयुष्मान भारत हरियाणा हेल्थ अथॉरिटी(aayushman Bharat Haryana health authority) के अधिकारी मौजूद रहे, लेकिन समाधान नहीं निकला।

हड़ताल कोई समाधान नहीं.... इंडियन मेडिकल एसोसिएशन(Indian medical association) मुख्यालय(association mukhyalay) की स्थायी समिति के सदस्य डॉ. अनिल मलिक(Anil Malik) ने कहा, 'हड़ताल का रास्ता किसी समाधान की ओर नहीं ले जाएगा, बल्कि मरीजों की देखभाल में बाधा बनेगा'।

इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी, लेकिन आयुष्मान योजना(aayushman scheme) के तहत कोई नई भर्ती या इलाज नहीं किया जाएगा। -- लोगों पर पड़ेगा भारी असर आईएमए के इस फैसले से जिले के हजारों मरीजों को इलाज नहीं मिल पाएगा। पहले से पंजीकृत मरीजों की सर्जरी भी टाल दी गई हैं। कई hospital ने Ayushman Bharat बंद कर दिए हैं और मरीजों को लौटा दिया जा रहा है। गुरुवार से aayushman card धारकों के लिए सेवाएं पूर्ण रूप से बंद होने से मरीजों की परेशानी और बढ़ सकती है। ima की आठ प्रमुख मांगें आईएमए ने जिन आठ बिंदुओं को लेकर आंदोलन का रास्ता चुना है, उनमें शामिल हैं: लंबित भुगतान को समयसीमा में जारी करना इलाज की दरों में यथोचित बढ़ोतरी क्लेम (aayushman card claim)प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाना बार-बार तकनीकी गड़बड़ियों से राहत अस्पतालों(hospital) के साथ हो रही प्रताड़ना पर रोक पैनल में अधिक अस्पतालों(hospital) को शामिल करना जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय करना समीक्षा बैठकें नियमित रूप से आयोजित करना --भुगतान सहित अन्य मुद्दों को लेकर कई बार सरकार(government) के संबंधित विभागों से संवाद किया गया, लेकिन केवल आश्वासन ही मिले। अब चिकित्सकों ने मजबूरी में आयुष्मान लाभार्थियों का इलाज बंद करने का फैसला लिया है। (Aayushman card)