Historical Mobile Call : ये थी भारत की सबसे पहली मोबाइल कॉल, सिर्फ Hello कहने पर कट जाते थे 16 रुपये
India's First Ever Mobile Call : आज के समय में हर कोई मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते है. मोबाइल से आप कहीं भी बैठकर किसी को भी फोन मिलाकर बात कर सकते है. क्या आपको पता है कि भारत का सबसे पहला किसने औक किसे किया?
अगर नहीं , तो चलिए आज हम आपको बताते है. आज हम आपको एक ऐतिहासिक मोबाइल कॉल के बारे में बता रहे है, जिसने हमारे जीने, बात करने और सोचने के तरीके को बदल दिया था. उस समय की कॉल कोई मामूली कॉल नहीं थी.
इस कॉल के बाद आज भार पूरी दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल बाजार है. 90 के दशक में जिस घर में लैंडलाइन फोन होता था, लोग उसे सबसे ज्यादा अमीर मानते थे. पहले के समय में किसी भी रिश्तेदार से बात करने के लिए ट्रंक कॉल बुक करनी पड़ती थी.
शहर से बाहर फोन करने के लिए इस कॉल को बुक किया जाता था. यह कॉल महंगी और समय लेने वाली होती थी. उस समय बिना तार के बात कर पाना किसी चमत्कार से कम नहीं था. भारत में 30 साल पहले, 31 जुलाई 1995 को भारत में सबसे पहली मोबाइल कॉल की गई थी.
उस समय के पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ज्योति बसु ने कोलकाता की राइटर्स बिल्ड़िंग से दिल्ली में मौजूद दूरसंचार मंत्री सुखराम को फोन लगाया था. उस समय ये कॉल मशहूर नोकिया 2110 हैंडसेट से मिलाई गई थी.
मोदी टेल्स्ट्रा की 'मोबाइलनेट' सर्विस की मदद से इस कॉल को करना मुमकिन हो पाया और कम्युनिकेशन की दुनिया में एक नया दौर आया. साल 1995 में एक मिनट की आउटगोइंग कॉल के 16 रूपये और इनकमिंग कॉल के लिए हर मिनट 8 रुपये देने पड़ते थे.
आजकल फोन में फ्री इनकमिंग कॉल्स और अनलिमिटेड कॉलिंग का फायदा मिलता है. 90 के दशक में कॉल महंगी होने के कारण लोग मोबाइल नहीं खरीदते थे. जिन लोगों के पास उस समय मोबाइल फोन होता था, उन्हें हाई स्टेट्स वाले माना जाता है.
उसके बाद 2003 तक इनकमिंग कॉलस को फ्री करने के बाद , देश में मिस्ड कॉल करने का दौर चल पड़ा. 1995 से लेकर 2025 तक 120 करोड़ से भी ज्यादा मोबाइल यूजर्स है.