Haryana News: हरियाणा-पंजाब को मिली बड़ी सौगात, जिरकपुर में 6 लेन बाईपास बनाने हेतु मिली मंजूरी
Haryana News: हरियाणा-पंजाब को केंद्रीय मंत्रिमंडल में बड़ी सौगात दी है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को हरियाणा-पंजाब 1878 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी। इसके तहत चंडीगढ़, पंचकूला और जिरकपुर को जोड़ते हुए 6 लेन का जिरकपुर बाईपास बनाया जाएगा। साथ ही, आंध्र प्रदेश-तमिलनाडू में तिरुपति-कटपडी रेल लाइन के दोहरीकरण के प्रोजेक्ट को स्वीकृति दी गई, जिस पर 1332 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
सूचना-प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 19.2 किलोमीटर लंबे बाईपास को वनाने में 1878 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसे पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप में हाइब्रिड एन्युटी मोड में बनाया जाएगा। 2 साल में निर्माण कार्य पूरा होगा। इससे यह फायदा होगा कि हिमाचल जाने वाला ट्रैफिक शहर के अंदर आने के बजाए बाईपास के जरिए सीधे हिमाचल चला जाएगा।
इस प्रोजेक्ट में प्रति किलोमीटर 97 करोड़ रुपये की औसत लागत आने के बारे में वैष्णव ने कहा कि घग्घर नदी से जो हिस्सा गुजरेगा, वहां 6 लेन को एलिवेटेड बनाया जाएगा, जिससे लागत पर असर आ रहा है।
एआई से सिंचाई, जितनी ज़रूरत उतना पानी मिलेगा
कैबिनेट ने सिंचाई सुविधाओं को आधुनिक बनाने के इरादे से पीएम कृषि सिंचाई योजना के तहत 1600 करोड़ रुपये की एक सब-स्कीम को मंजूर किया। इसमें आर्टिफिशल इंटेलिजेंस की मदद से ऐसी व्यवस्था बनेगी, जिससे जहां जितनी जरूरत हो, वहां प्रेशराइज्ड पाइप वॉटर सिस्टम के जरिए सही समय पर उतना ही पानी पहुंचे।
वैष्णव ने वताया कि सब-स्कीम के तहत देशभर में 78 पायलट चलाए जाएंगे। इसमें करीब 80 हजार किसानों को शामिल किया जाएगा। तकनीक के जरिए इंटीग्रेटेड वॉटर मैनेजमेंट पर फोकस होगा। प्रेशराइज्ड पाइप वॉटर सप्लाई की व्यवस्था बनेगी और इसके लिए कोई जमीन अधिग्रहण नहीं करना होगा। स्कीम से पानी की बर्बादी घटेगी।
वैष्णव ने कहा कि इसके लिए किसानों को अलग से वॉटर कनेक्शन लेने की जरूरत नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि यह कम्युनिटी वेस्ड एफिशिएंट वॉटर डिस्ट्रिब्यूशन सिस्टम होगा, जिसे किसान आपस में मिलकर संचालित कर सकेंगे। चार राज्यों में ऐसा पहले करके देखा जा चुका है। उन्होंने बताया कि 1600 करोड़ रुपये की कुल लागत में केंद्र और राज्य, दोनों हिस्सा बंटाएंगे।
साउथ को रेल लाइन दोहरीकरण का गिफ्ट
आंध्र प्रदेश-तमिलनाडु में रेल लाइन दोहरीकरण प्रोजेक्ट के बारे में मंत्री वैष्णव ने बताया कि श्री तिरुपति बालाजी मंदिर, श्री कलहस्ती शिव मंदिर और चंद्रगिरि किले को जोड़ने वाली रेल लाइन का दोहरीकरण होगा। 113 किलोमीटर की ट्रैक लेंथ की डबलिंग से वेल्लोर और तिरुपति के बीच आना-जाना और सुगम हो जाएगा। आंध्र प्रदेश में चित्तूर और तिरुपति के साथ तमिलनाडु में वेल्लोर जिलों को इससे फायदा होगा।