Haryana news : हरियाणा में पायलट प्रोजेक्ट से खाद की बिक्री शुरू, मेरी फसल मेरा ब्यौरा में पंजीकरण के बाद ही मिलेगी खाद
हरियाणा में खाद की ऑनलाइन बिक्री शुरू कर दी गई , पंचकूला में पायलट प्रोजेक्ट से यह शुरू किया गया है। 15 अगस्त से पंचकूला के 122 स्थानों में यह खाद ऑनलाइन मिलने लग चुका है। पंचकूला के बाद इसे हरियाणा के अन्य जिलों में लागू कर दिया जाएगा।
सरकार ने अबकी बार ही यह निर्णय लिया है और प्रदेश में खाद की ऑनलाइन बिक्री भी पहली बार आरंभ हुई है। कृषि विभाग का दावा है कि ऑनलाइन बिक्री से अवैध रुप से खाद की बिक्री पर रोक लग जाएगी। किसानों को खाद मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर पंजीकरण कराने के बाद मिलेगी।
प्रदेश में फिलहाल खाद की कोई कमी नहीं है। अभी 2.09 लाख टन का स्टॉक है। इसमें 77948 टन यूरिया, 43928 डीएपी, 53327 एसएसपी 33815 एनपीके शामिल है। खरीफ सीजन में अब तक 12.76 लाख टन से ज्यादा खाद की खपत हो चुकी है। प्रदेश में किसानों ने एक अप्रैल से 17 अगस्त तक 9.96 लाख टन खाद खरीदा है।
पिछले साल जहां अब तक 163214 टन डीएपी की खपत हुई थी, अबकी बार 154797 टन तक पहुंच पाया है। डीएपी की ज्यादा खपत रबी सीजन में होती है, क्योंकि प्रदेश में 25 लाख हेक्टेयर रकबे में गेहूं की खेती होती है। किसान गेहूं में डीएपी का प्रयोग करते हैं। प्रदेश में करनाल के किसानों ने सबसे अधिक एक लाख टन यूरिया खाद की खरीद की है।