हरियाणा सरकार ने बढ़ाई मिड-डे-मील की राशि, अब और बेहतर हो सकेगी बच्चों की थाली
स्कूलों में बच्चों को दिया जाने वाले दोपहर का भोजन अब कुछ और स्वादिष्ट हो सकेगा। हरियाणा सरकार ने मिड-डे-मील की राशि में बढ़ोतरी कर दी है। पांचवीं कक्षा तक के छात्रों को पहले यह राशि 6.19 रुपये प्रति बच्चा दी जाती थी, जो अब बढ़ाकर 6.78 रुपये प्रतिदिन कर दी गई है। इसके अलावा आठवीं कक्षा तक के बच्चों को पहले यह राशि 9 रुपये 29 पैसे दी जाती थी जो अब बढ़ाकर 10 रुपये 17 पैसे प्रतिदिन प्रति बच्चा कर दी गई है। इससे बच्चों को दिए जाने वाले भोजन में गुणवत्ता का इजाफा हो सकेगा। यह बढ़ी हुई दर एक मई से लागू होंगी।
हरियाणा के सरकारी स्कूलों में पहली से लेकर पांचवीं तथा छठी से लेकर आठवीं कक्षा तक के बच्चों को दोपहर का भोजन मिड-डे-मील के रुप में दिया जाता है। यह सभी प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के तहत किया जाता है। पहले आठवीं कक्षा तक के बच्चों को प्रतिदिन प्रति छात्र 9 रुपये 29 पैसे दिए जाते थे, अब इस राशि में बढ़ोतरी करते हुए सरकार ने इसे 10 रुपये 17 पैसे कर दिया है। यह बढ़ी हुई दर एक मई से लागू हो जाएंगी। इससे साफ है कि बच्चों को एक मई से अच्छा भोजन मिलने लगेगा। इस पैसे से खाने का स्वाद बढ़ जाएगा।
18 जिलों में स्कूल मुखिया के हाथ में भोजन की कमान
यदि हम हरियाणा के सभी 22 जिलों की बात करें तो इनमें से 18 जिले ऐसे हैं, जहां पर स्कूल मुखिया के हाथ में भोजन तैयार करवाने की कमान होती है। इसके अलावा गुरुग्राम, कुरुक्षेत्र, फरीदाबाद और पलवल में भोजन का प्रबंधन इस्कॉन की तरफ से किया जाता है। इसमें हथीन खंड का भोजन भी स्कूल मुखियाओं द्वारा तैयार करवाया जाता है। पिछले कुछ समय से महंगाई बढ़ गई है, जिस कारण मिड-डे-मील तैयार करने का खर्च भी बढ़ गया है। इसलिए सरकार ने इस राशि में बढ़ोतरी की है ताकि महंगाई के समय में भी बच्चों को अच्छा भोजन उपलब्ध करवाया जा सके।
केंद्र सरकार के आदेश पर बढ़ाई राशि
हरियाणा सरकार ने केंद्र सरकार के आदेश पर मिड-डे-मील की राशि बढ़ाने की घोषणा की है। फिलहाल मिड-डे-मील बनाने के लिए राशन और ईंधन खरीदने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। उसके बाद केंद्र सरकार ने सभी सरकारों को मिड-डे-मील की राशि बढ़ाने के निर्देश जारी किए थे। स्कूल टीचर एसोसिएशन ने सरकार के इस कदम की सराहना की है। इसके अलावा उन्होंने सभी बच्चों के लिए समान रुप से राशि बढ़ाने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि पांचवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए 58 पैसे तथा छठी से आठवीं कक्षा तक के लिए 88 पैसे बढ़ाए गए हैं। इसलिए सरकार को समान रुप से राशि बढ़ानी चाहिए थी।