Fish Aquarium House : एयरपोर्ट, 6 रेलवे स्टेशन पर 200 करोड़ से बनेंगे फिश एक्वेरियम हाउस
सरकार द्वारा रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट की सुंदरता बढ़ाने व जीव प्रेमी बनने का संदेश देने के लिए अहम कदम उठाया है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ सरकार ने फैसला लिया है कि मछली पालन विभाग एयरपोर्ट नवा रायपुर और रायपुर समेत 6 रेलवे स्टेशन पर फिश एक्वेरियम हाउस बनाने जा रहा है। इन एक्वेरियम हाउस में दुनिया भर में फेमस रंगीन मछलियों को लोगों के मनोरंजन के लिए रखा जाएगा।
संभवत छत्तीसगढ़ में ऐसा पहली बार हो रहा है। मछुआ कल्याण बोर्ड की ओर से एक्वेरियम बनाने प्रस्ताव दिया गया था जिसे मंत्री राम विचार नेताम की ओर से हरी झण्डी मिल गई है। नवा रायपुर में नवा रायपुर में 15 एकड़ जमीन पर गुजरात, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा और हैदराबाद की तर्ज पर बनेगा एक्वेरियम हाउस 10-15 एकड़ जमीन पर एक्वेरियम हाउस बनाया जाएगा। अभी जगह चयन करने का काम चल रहा है।
यहां एक्वेरियम हाउस बनाने के लिए करीब 200 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। लोगों को मंनोरंजन की सुविधा देने के मकसद से एक्वेरियम बनाने का प्रोजेक्ट लाया गया है। इस एक्वेरियम में आने वाले सैलानियों से किफायती शुल्क भी लिया जाएगा। इसी रािश से एक्वेरियम का मेंटेनेंस होगा। ठीक इसी प्रकार रेल्वे स्टेशन और एयरपोर्ट में एक्वेरियम बनाने की मंजूरी मिल गई है।
परियोजना तैयार करने दिए जा चुके हैं निर्देश
इन तीनों प्रोजेक्ट को लेकर मछुआ कल्याण बोर्ड, और विभागीय मंत्री के बीच एक बैठक हो चुकी है। इसके बाद अधिकारियों को परियोजना तैयार करने के निर्देश भी दिए जा चुके हैं। बता दें कि इस परियोजना पर पीएम सम्पदा योजना के तहत काम किया जाएगा।
भारत के चार बड़े शहरों का करेंगे भ्रमण
देश में हैदराबाद, गुजरात, जम्मू-कश्मीर और ओडिशा की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में एक्वेरियम बनाया जाना है। इससे पहले इन चारों शहरों में बने एक्केरियम का भ्रमण किया जाएगा। भ्रमण के बाद ब्लू प्रिंट तैयार कर काम शुरू होगा। वहीं रायपुर रेलवे स्टेशन समेत, बिलासपुर, कोरबा, भाठापारा, जांजगीर-चांपा और तिल्दा जैसे रेलवे स्टेशन में भी एक्वेरियम बनाए जाने का प्रस्ताव है।
वृहद फैक्ट्री दाना भी
प्रदेश में पहली बार बड़े स्तर पर मछलियों की दाना फैक्ट्री बनाने की तैयारी है। इसके लिए कांकेर के पखांजूर में 14 एकड़ जमीन भी चिन्हित की जा चुकी है। मछुआ कल्याण बोर्ड की ओर से इस इस जमीन का निरीक्षण भी किया जा चुका है।