Business ldea: कम लागत में आज ही शुरू करें पॉलीहाउस में इस फसल की खेती, हर महीने होगा ज्यादा मुनाफा
Business ldea : अगर आप खेती करते है और उसमें किसी नई फसल का प्रयोग करने की सोच रहे है तो ये खबर आपके लिए बेस्ट है. आज हम आफको एक ऐसे बिजनेस के बारे में बता रहे है, जिससे आप मोटी कमाई कर सकते है.
हम बात कर रहे है खीरे की खेती की. आज के समय में हर किसान आधुनिक तकनीक से खेती करने की सोचता है. किसानों के लिए पॉलीहाउस में खीरे की खेती करना बहुत ही फायदेमंद होता है.
इसमें खीरे की फसल 3 से 4 गुना उत्पादन देती है. पारंपरिक खेती की तुलना में इसमें अधिक लाभ होता है. इस खेती के माध्यम से किसान कम जगह में अधिक उत्पादन कर सकते हैं.
पॉलीहाउस में खीरा लगाने के लिए सबसे पहले मिट्टी को अच्छी तरह तैयार करना जरूरी है. इसके लिए गोबर की खाद और जैविक खाद का इस्तेमाल करें. इसके लिए आप बीज बोने से पहले ट्रे में नर्सरी तैयार करें और पौधों को लगभग 15–20 दिन बाद पॉलीहाउस में रोपाई करें.
बीज या पौध लगाते समय 1.5 से 2 फीट की दूरी होनी चाहिए. साथ ही ड्रिप सिस्टम से नियमित सिंचाई करनी होगी. खेती के दौरान समय-समय पर पौधों की कटिंग और ट्रेनिंग करना भी जरूरी है. पॉलीहाउस में कीट और बीमारियों का खतरा बहुत कम होता है.
समय-समय पर जैविक दवाओं का छिड़काव करना चाहिए ताकि फसल स्वस्थ बनी रहे. खीरे की खेती करने के लिए आप ज्योति, पूसा उदय, क्लस्टर, शीतल, हाइब्रिड कुकुंबर, रिजवान जैसी उच्च किस्म के बीज का इस्तेमाल करें.
पॉलीहाउस में खीरे की फसल 45 से 50 दिन में तैयार हो जाती है. खीरे तैयार होने पर आप आसपास की मंडियों में और बाजार में बेच सकते है. बाजार में खीरों की डिमांड अधिक होती है.