हरियाणा में उद्योगों को बड़ा झटका, बिजली पर अतिरिक्त सर चार्ज 68 पैसे प्रति यूनिट बढ़ाया
अपने स्तर पर कहीं से सीधी बिजली लेने वाले उद्योगों को झटका लगा है। इस प्रकार की बिजली सप्लाई पर अतिरिक्त सरचार्ज 68 पैसे प्रति यूनिट बढ़ा दिया है। बिजली वितरण कंपनियों ने ओपन एक्सेस को लेकर हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (एचईआरसी) में याचिका दाखिल की थी। इसमें उन्होंने बिजली दर 1.21 रुपए प्रति यूनिट करने की मांग की थी। आयोग ने सुनवाई करने के बाद सभी तथ्यों को देखते हुए इसकी मंजूरी दी है। अब तक ओपन एक्सेस के लिए 53 पैसे प्रति यूनिट अतिरिक्त सरचार्ज लिया जाता था। हरियाणा में 1.24 लाख उद्योग बिजली उपभोक्ता हैं। कुल सप्लाई की 31% से ज्यादा बिजली इन्हें दी जाती है। अतिरिक्त सरचार्ज बढ़ने से प्रोडक्ट की कीमत बढ़ सकती है।
एचईआरसी में डिस्कॉम ने कहा: कि वह हरियाणा में 16 हजार मेगावाट लोड के अनुसार दीर्घकालीन समझौते करती है। यह इंडस्ट्री समेत पूरे हरियाणा के उपभोक्ताओं की डिमांड को ध्यान में रखकर किया जाता है। जब इंडस्ट्री सीधे दूसरे राज्यों से बिजली सप्लाई कराती है तो दीर्घकालीन समझौते के तहत सप्लाई होने वाली बची बिजली का उपयोग नहीं हो पाता है। डिस्कॉम को बिना जरूरत उसका भुगतान करना पड़ता है।
कंपनी ने जताई थी आपत्ति :
कमीशन ने फैसले में कहा कि मेसर्स आईईएक्स ने आपत्ति जताई थी, जिस पर विचार किया गया। डिस्कॉम पर बिजली आपूर्ति का दायित्व है। उसे विभिन्न कंपनियों से बिजली की खरीद के लिए दीर्घकालिक समझौते करने होते हैं। कोई उपभोक्ता ओपन एक्सेस से अन्य व्यक्ति से बिजली लेता है तो इसकी आपूर्ति की निश्चित लागत भी लाइसेंसधारी को देनी पड़ती है।